ब्रेकिंग
गोवा के शिरगांव में भगदड़, 7 की मौत, 50 घायल: बिजली तार गिरने से हादसा, एक-दूसरे पर गिरे लोग; 20 की ... 10 रुपये का विवाद... गांव पहुंची बस तो कंडक्टर की हो गई धुनाई, तो कंडक्टर की हो गई धुनाई, तो कंडक्टर... संपत्ति विवाद में सगे भाई ने नवविवाहित छोटे भाई की दांतो से कांटी ऊंगली कटकर हुई अलग बचाने आऐ दूसरे ... मुरैना हॉप इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी में अचानक हुआ विस्फोट फायरबिग्रेड ने बड़ी मशक्... मुरैना के सबलगढ़ में जमीनी विवाद में चले लाठी-डंडे फायरिंग एक गंभीर घायल गुजरात के खेड़ा जिले में नहाने गए छह भाई-बहन, एक-एक कर के लील गई नदी, गर्मी से राहत की जगह मिली मौत उज्जैन स्लीपर बस पलटी गर्भवती महिला सहित 9 घायल केंद्र सरकार कराऐगी जाति जनगणना PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे...
मध्यप्रदेश

बादलों का डेरा बरकरार रहने से मौसम खुशगवार, जबलपुर, शहडोल, सागर में वर्षा की संभावना

भोपाल। तूफान मिचौंग अब पूरी तरह से कमजोर पड़ने के बाद वर्तमान में दक्षिणी छत्तीसगढ़ एवं उससे लगे विदर्भ पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। हरियाणा में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात है। इसके अतिरिक्त अरब सागर में भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। वर्तमान में हवा का रुख लगातार पूर्वी बना रहने के कारण बड़े पैमाने पर नमी भी आ रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में बादल बने हुए हैं।

इन इलाकों में बरसा पानी

उधर पिछले 24 घंटों के दौरान गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक उमरिया में 21.4, सिवनी में 20.8, मंडला में 16.1, रीवा में 12.6, जबलपुर में 11.8, छिंदवाड़ा में 10.6, सीधी में 8.6, सतना में 7.7, नरसिंहपुर में चार, मलाजखंड में 2.9,पचमढ़ी में 2.4, खजुराहो में दो, दमोह में एक, बैतूल में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। सागर में बूंदाबांदी हुई।

दिन में सिहरन

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ के आसपास चक्रवात बना रहने के कारण पूर्वी मप्र में वर्षा हुई है। गुरुवार-शुक्रवार को भी जबलपुर, शहडोल, सागर एवं रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। उधर पूरे प्रदेश में बादल बने रहने के कारण दिन का तापमान सभी जिलों में सामान्य से कम बना रहेगा, लेकिन रात का तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। इस तरह की स्थिति अभी दो दिन तक बनी रह सकती है। उसके बाद नमी कुछ कम होने से धूप निकल सकती है, लेकिन 11 दिसंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित करने लगेगा। उसके प्रभाव से मप्र के मौसम में एक बार फिर बदलाव होने के आसार भी हैं।

Related Articles

Back to top button