उत्तरप्रदेश
नगरनिगम की उदासीनता से दबंगों ने कब्जाया रोड़ , 22 फुट रोड को किया 7 फुट में तब्दील
15 फुट सड़क पर दबंगों ने किया अवैध निर्माण

आगरा । प्रतापपुरा स्थित जिलाधिकारी आवास से मात्र 800 मीटर की दूरी पर एक अवैद्य कब्जे ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया हैं । नगर निगम की उदासीनता के चलते स्थानीय दबंगों ने 22 फुट के रोड को मात्र 7 फुट में तब्दील कर दिया है और 15 फुट रोड पर अवैध निर्माण के माध्यम से जबरन कब्जा कर लिया है ।
मामला नगर निगम और एडीए अधिकारियों के पूरी तरह संज्ञान में है , कुछ समय पूर्व नगर निगम के अधिकारियों ने अवैद्य निर्माण को हटाने के आदेश भी जारी किए थे , किंतु माफियाओं के धनबल और बाहुबल के आगे प्रशासनिक अमला नतमस्तक है और अवैध निर्माण को हटाने में पूरी तरह असमर्थ है । नगर निगम की अनदेखी के चलते दबंगों के होंसले बुलंद बने हुए हैं , आम नागरिकों के लिए यह अवैद्य निर्माण विकराल समस्या का रुप धारण कर चुका है । रास्ते पर अवैध निर्माण के बाद अब कालोनी में चार पहिया वाहनों का आना जाना भी प्रतिबंधित हो चुका है और एम्बुलेंस के अभाव में एक व्यक्ति की जान भी जा चुकी है ।
जानकारी के अनुसार दबंग ललित खंडेलवाल और सुधीर खंडेलवाल ने अपनी दबंगई के चलते आम रास्ते पर कब्जा कर अवैद्य निर्माण कर लिया है । इस अवैद्य निर्माण से 27 फुट रास्ता सिकुड़ कर मात्र सात फुट का रह गया है । क्षेत्रीय नागरिकों द्वारा कई बार दी गई लिखित शिकायत पर नगर निगम ने अवैद्य निर्माण ध्वस्त कर आम रास्ता को मुक्त कराने के निर्देश दिए थे , किंतु धनबल और बाहुबल की दम पर दबंगों के आगे नगरनिगम के आला अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ रही है । आम रास्ते पर अवैद्य कब्जा आज भी नगर निगम के आदेश को मुंह चिढ़ा रहा है ।
बताया जाता है कि ललित खंडेलवाल और सुधीर खंडेलवाल अपनी दबंगई के लिए कुख्यात हैं । उनके नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों से मधुर संबंध हैं । अपने इन संबंधों का लाभ उठाकर मिलीभगत से अवैद्य निर्माण को ध्वस्त करने के आदेशों को दबंगों ने फाइलों में दबा दिया है । स्थानीय नागरिकों ने अवैद्य निर्माण के दोषी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए भ्रष्ट नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान कर उनके विरुद्ध विधिसम्मत कारवाई करने और रोड़ को दबंगों के क़ब्जे से मुक्त कराने की मांग की है । उन्होंने कहा है कि आदेशों के अनुपालन में अवैद्य निर्माण को ध्वस्त कर आम रास्ता आम जनता को समर्पित करना आगरा प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों का दायित्व है ।
क्या नगर निगम अधिकारी अपने दायित्व की पूर्ति करेंगे ? क्या अवैद्य निर्माण ध्वस्त होगा ? क्या आम रास्ता अवैद्य कब्जे से मुक्त होकर आम जनता को समर्पित होगा ? क्या दबंग ललित और सुधीर को दंड मिलेगा ? क्या दोषी नगर निगम अधिकारियों की जांच होगी ? इन सभी प्रश्नों का उत्तर समय के गर्भ में है , किंतु निष्पक्ष पत्रकारिता हमेशा की तरह इस विषय का सच पाठकों तक पहुंचती रहेगी ।