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मिहोना भिंड। जटायु सबसे बड़ा भाग्यशाली है – साध्वी संगीता देवी, बाला जी धाम में हुआ श्रीरामचरितमानस सम्मेलन का भव्य आयोजन।
मिहोना क्षेत्र के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल एवं सिद्ध स्थान श्री बालाजी धाम पर तीन दिवसीय श्री रामचरित मानस सम्मेलन के दौरान कानपुर से पधारे प्रसिद्ध मानस वक्ता साध्वी संगीता देवी ने सभी श्रोताओं को श्री राम कथा का अमृत पान कराते हुए कहा कि सुग्रीव के अंदर 60000 हाथियों की ताकत थी फिर भी सीता हरण के समय वह लंकापति रावण से कुछ नहीं बोला वहीं दूसरी ओर एक पक्षी गिर्राज जटायु ने सीता हरण के समय रावण से युद्ध किया रावण ने क्रोध में आकर उसके पंख काट डाले वह घायल हो गया भगवान राम ने अपने पिता दशरथ का अंतिम संस्कार नहीं कर पाया लेकिन गीत राज जटायु का अंतिम संस्कार प्रभु राम ने अपने हाथों से किया संसार में जटायु से बड़ा भाग्यशाली और कोई दूसरा नहीं है अयोध्या धाम से पधारे श्री सिया शरण महाराज ने सती चरित्र की कथा सुनाई तत्पश्चात क्षेत्र के प्रसिद्ध मानस वक्ता राजवंशी श्री बजरंग शरण जी महाराज ने सभी को अपनी नकद कथा के माध्यम से ओजस्वी वाणी से भाव विभोर कर दिया उन्होंने बताया कि संसार में सबसे बड़ा धर्म परोपकार है दूसरों की सेवा करने के समान कोई धर्म नहीं है इसलिए हम सभी को ज्यादा से ज्यादा परोपकार करना चाहिए कार्यक्रम का सफल संचालन प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ ओपी पचौरी मिहोना ने किया इस अवसर पर कछवा आधार की कुलदेवी जमवाय वाली माता के पुजारी श्री श्री 1008 श्री कुंज बिहारी दास महाराज ने भी सभी को आशीष वचन दिया।
