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मुरैना। पं अमर शहीद रामप्रसाद विस्मि जी की 95वी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में सगोष्टी एवं बैठक का आयोजन।
मुरैना पंडित रामप्रसाद बिस्मिल की 95 वी जयंती पर संगोष्ठी का आयोजन गुरूकुल डे वोडिग स्कूल दिमनी में किया गया। संगोष्टी बैठक में इनका जन्म जुन 1897 में शाजापुर में हुआ था। पं रामप्रसाद विस्मिल जी का जीवन परिचय में 09 अगस्त 1925 के दिन काकोरी रेल्वे स्टेशन के पास कातिकारी दल के 10 नवयुवको ने अदम साहस एवं विरता के साथ गार्ड के डिब्बे में रखा अंग्रेजी खजाना लुट लिया था। 19 दिसम्बर 1972 को गोरखपुर की जैल में विस्मिल को फासी दी गई थी। अपनी अंतिम इच्छा में विस्मिल ने कहा था में बिटिश राज्य का नाश चाहता हूॅ। चंदन वसुन्धरा ग्रामोत्थान एवं सहभागी ग्रामीण विकास समिति दिमनी मुरैना द्वारा विचार व्यक्त किये। संगोष्टी बैठक में गुरूकुल डे वोडिग स्कूल के संचालन रामनेरेश सिंह परमार ने अपने विचार रखते हुऐं का अमर शहीद पं रामप्रसाद जी में देश् प्रेम की भावना 18 वर्ष की उम्र से जाग्रत हो गई थी। भीकम सिंह तोमर कहा अंग्रजी हुकूतम से मुक्ती दिलाने में कांकोरी कांड में पंडित रामप्रसाद जी ने अपने जीवन को बलिदान कर दिया हम अपने बलिदानीयों के बलिदान को याद करते हुऐं 19 दिसम्बर को अमर शहीद रामप्रसाद विस्मिल जी की पुण्यतिथि को गरिमा पूर्ण मनाने का प्रसास कर रहे हैा जिस में जन अभियान परिषद मुरैना जिले के सभी विकास खंडो ने नंवाकुर संस्थाऐं संगोष्टी बैठके आयोजित कर आमजनों को एवं युवाओं को पं अमर शहीद विस्मिल जी के जीवन परिचय से अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है। संगोष्टी एवं बैठक को सफल बनाने में प्रस्फुटर समिति ग्राम चांदपुर से ब्रजेश तोमर,राजेश शर्मा, लक्ष्मण यादव, नीकेश गोस्वामी, कु0 मोहीनी तोमर का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का आभार प्रर्दशन पंकज शर्मा ने किया।
