उत्तरप्रदेश
आस्था पर प्रहार: ताजगंज और धनौली में विधर्मियो ने देवी प्रतिमा खंडित की, आक्रोश

आगरा। आगरा के ताजगंज और धनौली में विधर्मियो द्वारा श्रद्धालुओं की आस्था पर प्रहार किया गया । विधर्मियो द्वारा रामनवमी के दिन माहौल बिगाड़ने का दुस्साहस किया गया, जिसके कारण क्षेत्रीय नागरिकों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह विधर्मी समाज के अतिताइयो ने माता की सुंदर और सुसज्जित प्रतिमा को खंडित कर दिया । पूजा अर्चना करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने माता की प्रतिमा को खंडित और टूटा हुआ देखा , इसके पश्चात स्थानीय नागरिकों में आक्रोश पनप गया और तनाव की स्थिति बन गई, पुलिस भी मौके पर पहुँच गई ।
बता दें कि धनौली के नगला शंकरलाल में करीब तीस वर्ष पुराना दुर्गा देवी का मंदिर है । गांव के श्रद्धालु इसी मंदिर में पूजा अर्चना करते आ रहे हैं । नवरात्रि में प्रतिदिन भक्त गण यहां रात को भेंट और भजन संध्या का आयोजन करते हैं । सोमवार रात को भी मंदिर पर भजन संध्या का आयोजन हुआ ।
मंगलवार शुवह जब लोग पूजा अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे तो देखकर दंग रह गए । मंदिर में माता शेरों वाली की प्रतिमा खंडित पड़ी हुई मिली । उन्होंने गांव के अन्य लोगों को भी मामले की जानकारी दी । आननफानन में लोग मंदिर पर एकत्रित हो गए और पुलिस को भी सूचित कर दिया गया । अधिकारी मौके पर पहुँच गए ।
ताजगंज में भी तोड़ी गई प्रतिमा
—————————— ——–
धनौली के बाद ताजगंज क्षेत्र की एकता पुलिस चौकी के पास मंदिर में स्थापित देवी प्रतिमा को भी खंडित किया गया है । शंकर ग्रीन अपार्टमेंट के पास प्राचीन पथवारी माता का मंदिर है । सुबह जब लोग मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे तो उन्हें देखा कि मंदिर में स्थापित मूर्तियां टूटी पड़ी है और उन्हें पास ही एक नाले में फैंक दिया गया। इस दोहरी घटना से लोगों में आक्रोश पनप गया और दोषियों की सीघ्र गिरफ्तारी की मांग करने लगे । सूचना पाकर मौके पर हिंदू वादी संगठनों के पदाधिकारी पहुंच गए और पुलिस भी पहुंच गई । पुलिस द्वारा लोगों को शांत कराने का प्रयास किया गया ।
रामनवमी के मौके पर हुए दोहरे घटना क्रम से लोगों में आक्रोश पनप गया है और पुलिस लोगों को समझाने में जुटी हुई है । नागरिकों का कहना है कि नवरात्रि पर्व पर विधर्मी समाज के अनुयायियों द्वारा हिंदू आस्था पर चोट की गई है । आरोपियों को सीघ्र गिरफ्तार किया जाय ।
समाचार लिखे जाने तक गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई थी, फोर्स भी मौके पर मौजूद था ।