ब्रेकिंग
PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का क... लखनऊ में भीषण आग, 65 झोपडिय़ां जलीं, रुक-रुककर फटते रहे सिलेंडर, 6 घंटे में काबू पाया
धार्मिक

छोटी दिवाली पर समझें इस दिन का महत्व सहित शुभ मुहूर्त और पूजन की विधि

नई दिल्ली। दिवाली का त्योहार धनतेरस के आने से ही शुरू हो जाता है। छोटी दिवाली के एक दिन बाद दीवाली मनाई जाती है। छोटी दीवाली को नरक चतुर्दशी में बोलते हैं। 11 नवंबर यानि कि आज नरक चतुर्दशी मनाई जा रही है। नरक चतुर्दशी को यमराज की पूजा होती है। नरक चतुर्दशी को रूप चतुर्दशी और यम चतुर्दशी भी कहा जाता है।

नरक चतुर्दशी पर शाम को दीपक जलाने की मान्यता है। यह माना जाता है कि शाम के समय घर के बाहर दीपक जलाने से अकाल मृत्यु टलती है। इस दीपक को यम कहा जाता है। यह यमराज के लिए जलाया जाता है।

छोटी दिवाली 2023 शुभ मुहूर्त

छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी 11 नवंबर मनाई जा रही है। दोपहर 1 बजकर 57 मिनट से चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी। इसका समापन 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर हो जाएगा। इस दौरान अभ्यांग स्नान मुहूर्त के बारे में जानना बहुत जरूरी है। इसका मुहूर्त 12 नवंबर को सुबह 5 बजकर 28 मिनट से लेकर 6 बजकर 41 मिनट तक ही होगा। इस बीच में ही स्नान करना शुभ होगा।

क्यों मनाई जाती है नरक चतुर्दशी

लोग का यह जानना जरूरी है कि आखिर नरक चतुर्दश मनाई क्यों जाती है। दरअसल, भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन नरकासुर नाम के राक्षस का वध किया था। नरकासुर ने अपनी कैद में 16 हजार से ज्यादा महिलाओं को कैद कर रखा था। भगवान श्रीकृष्ण ने उसको मारकर उन्हें उसकी कैद से छुड़ा दिया। उसके बाद से इस दिन नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाने लगा।

Related Articles

Back to top button