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भारतीय संस्कृति की आत्मा है नवदुर्गा महोत्सव: डॉ. प्रतिभा चतुर्वेदी
ग्वालियर। विप्रा ब्राह्मण महिला मंच की अध्यक्ष डॉ. प्रतिभा चतुर्वेदी के संयोजन में रविवार को पटेल नगर स्थित कार्यालय में नवदुर्गा महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर विप्रा संगनियों ने नौ देवियों के रूप धारण किये। साथ ही बालक बालिकाओं ने डांडिया व माता के भजनों पर नृत्य किया। कार्यक्रम में अध्यक्ष डॉ. प्रतिभा चतुर्वेदी ने कहा कि नवदुर्गा महोत्सव भारतीय संस्कृति की आत्मा है। शक्ति उपासना से दृढ़ता, आत्मविश्वास और सामाजिक सरोकारों के लिये जीने की ऊर्जा मिलती है। सचिव डॉ. राजरानी शर्मा ने कहा कि नवरात्र उपासना आध्यात्मिक के साथ आयुर्वेदिक शक्ति संचय का पर्व है। इससे पहले प्रियदर्शिनी ने देवी स्तोत्र पर अभिनय किया। वहीं सभी विप्रा सखियों ने ऊर्जा के साथ डांडिया रास प्रस्तुत किया। अंत में आयोजन समिति ने बच्चों को प्रोत्साहन के लिये पुरस्कार दिये। कार्यक्रम का संचालन कृष्णा शर्मा ने किया। इस मौके पर ज्योति ऋषीश्वर, रश्मि त्रिपाठी, अनीता देपुरिया, माला शर्मा, नीलम शुक्ला, गीता शर्मा, निशा शुक्ला, पुष्पा मिश्रा, रजनी शर्मा, कल्पना ऋषीश्वर, कल्पना पाठक, श्रुति पाठक, सुमन तिवारी, मनीषा शुक्ला, मिथलेश तिवारी, स्नेहा वाजपेयी, नीतू भारद्वाज, सीमा दुबे, पल्लवी शर्मा, वंदना शर्मा, नीतू उपमन्यु, नीलम शुक्ला , निधि भार्गव आदि संगिनियां उपस्थित रहीं। *ये बनीं देवी स्वरूप* नौ देवी के स्वरूप में नीतू उपमन्यु शैलपुत्री, प्रतिभा चतुर्वेदी ब्रह्मचारिणी, दीप्ति शर्मा चंद्रघंटा, रश्मि त्रिपाठी कुष्मांडा, ज्योति शर्मा स्कंदमाता, पल्लवी शर्मा कात्यायनी, कृष्णा शर्मा महागौरी, मनीषा शुक्ला कालरात्रि , सीमा दुबे सिद्धिदात्री का स्वरूप बनाया।
