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राजनैतिक दलों को अपने चुनावी घोषणा-पत्र में विद्यालयों में किशोरियों को निःशुल्क सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने हेतु नीति/कानून बनाने चाहिए : – रीना शाक्य
ग्वालियर ! मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में विभिन्न राजनैतिक दलों को अपने चुनावी घोषणा-पत्र में किशोरवय बालिकाओं को निःशुल्क सैनेटरी पैड देने की मांग को लेकर नींव शिक्षा जन कल्याण समिति ने पत्र लिखकर इस मांग को अपने घोषणा-पत्र में शामिल करने के लिए आग्रह किया है। इस बात की जानकारी नींव शिक्षा जन कल्याण समिति की सचिव रीना शाक्य ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दी है। *संस्था की सचिव रीना शाक्य ने बताया कि शिक्षा किसी भी इंसान में बदलाव का मुख्य घटक है। शिक्षा ही जीवन को विकास के पथ की ओर अग्रसर करता है। परन्तु आधी आबादी (महिलाएं) को शिक्षित किए बगैर हम मजबूत लोकतंत्र की कल्पना नही कर सकते।* माहवारी स्वच्छता सुविधाओं के अभाव होने के कारण किशोरवय बालिकाओं को विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य निरंतरित रखने में कठिनाई होती हैं तथा *बहुत सारी बालिकाएं अपनी पढ़ाई से अनियमित हो जाती हैं अथवा पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती हैं। एक सर्वे के मुताबिक प्रति वर्ष 2 करोड़ 30 लाख बालिकाएं माहवारी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ने पर मजबूर होती हैं।* गरीबी के चलते सुविधाओं के अभाव में माहवारी स्वच्छता बेहतर तरीके से नहीं रखने के कारण वे गंभीर बीमारियों का शिकार भी हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में राजनैतिक दल होने के नाते यह नैतिक जिम्मेदारी बन जाती है कि हम सब इस समस्या की ओर ध्यान दें। संस्था सचिव रीना शाक्य ने बताया कि हमने अभी प्रारंभिक स्तर पर प्रदेश के दोनो प्रमुख पार्टियों भारतीय जनता पार्टी और अखिल भारतीय काॅग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नाम पत्र भेजकर मांग कि है कि अगर मध्यप्रदेश में आपकी पार्टी की सरकार बनती है तो आपकी पार्टी मध्यप्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों व महाविद्यालयों में निःशुल्क सैनेटरी पैड की उपलब्धता सुनिश्चित करने की नीति/कानून बनायेगी और इस मुद्वे को प्राथमिकता से लागू करेगी, क्योंकि यह मुद्दा समाज की एक बड़ी आबादी से जुड़ा हुआ है। संस्था सचिव रीना शाक्य ने कहा कि आगामी दिनों में हम अन्य राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त दलों को पत्र लिखकर भी इस मांग का समर्थन करने की अपील करेंगे। सादर प्रकाशनार्थ- श्रीमान संपादक महोदय .......... भवदीय रीना शाक्य
