राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि हुई तय, 22 जनवरी को गर्भगृह में होंगे विराजमान

अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में अगले साल 22 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। मंदिर के भूतल का 80 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। राम मंदिर का निर्माण 2025 तक पूर्ण होगा। खबर यह भी है कि पीएम मोदी 22 जनवरी को रामनगरी आ सकते हैं। हालांकि इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अयोध्या में 5 दिन के लिए 4000 कमरे बुक
आपको बता दें कि अगले साल 22 जनवरी को रामलला भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होंगे। इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश के लोग पहुंचेंगे। ऐसे में शहर के अधिकांश होटल और धर्मशाला के कमरे फुल हो गए हैं। 20 से 24 जनवरी यानी 5 दिन के लिए कमरे बुक हैं। होटल और धर्मशालाओं से जुड़े लोगों का कहना है कि अयोध्या में करीब 4000 कमरे बुक हो चुके हैं।
राम मंदिर के तीनों तल पर कुल 392 स्तंभ होंगे प्रयुक्त
राम मंदिर में तीनों तल पर कुल 392 स्तंभ प्रयुक्त होने हैं और प्रत्येक स्तंभ पर शुभता, कला एवं भव्यता की पर्याय यक्ष-यक्षिणियों और कुछ चुनिंदा देवी-देवताओं की मूर्तियां उत्कीर्ण की जानी हैं।
भूतल में प्रयुक्त हुए हैं 166 स्तंभ
भूतल में 166 स्तंभ प्रयुक्त हुए हैं और अपनी जगह पर स्थापित होने के बाद से इन स्तंभों पर मूर्तियां उत्कीर्ण किए जाने का काम चल रहा है। अभी यह काम शुरुआती दौर में है, लेकिन 200 से अधिक विशेषज्ञ शिल्पियों के प्रयास से नवंबर तक भूतल के सभी स्तंभों को मूर्तियों से युक्त किए जाने की योजना है। भूतल के फर्श की निर्माण योजना को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है और इसी माह फर्श निर्माण भी शुरू किए जाने की तैयारी