कन्या राशि में अस्त हो रहे हैं मंगल, इन राशियों को मिलेगी परेशानियों से मुक्ति

वैदिक ज्योतिष में मंगल को साहस और पराक्रम का कारक माना जाता है। मंगल 24 सितंबर 2023 की शाम 06 बजकर 26 मिनट पर कन्या राशि में अस्त होने जा रहे हैं। मंगल को अग्नि तत्व ग्रहों में सूर्य के बाद दूसरा सबसे शक्तिशाली ग्रह है। मंगल को क्रूर ग्रह माना जाता है और ये राजसी गुणों का प्रतिनिधित्व करता है। खेल-कूद, सेना, पुलिस आदि के क्षेत्र में मंगल के आशीर्वाद के बिना सफलता नहीं मिलती। जीवन में संघर्ष करने की क्षमता भी मंगल ही प्रदान करता है। वहीं करियर में भी मंगल की अहम भूमिका होती है। लेकिन इसकी वजह से मारपीट, झगड़े, अपराध और दुर्घटनाओं का भी योग बनता है। मंगल के कन्या राशि में अस्त होने से मानसिक दृढ़ता में कमी, अनजाना भय, मानसिक तनाव आदि की परेशानी हो सकती है।
ग्रहों का अस्त होना
जब कोई ग्रह सूर्य के करीब होता है, तो वह अपनी शक्तियां खो देता है। ज्योतिष में इसे ग्रहों का अस्त होना कहा जाता है। अस्त अवस्था के दौरान ग्रह बेहद कमज़ोर और शक्तिहीन होते हैं। साथ ही इस स्थिति में ना ये शुभ फल दे सकते हैं और ना ही अशुभ फल। नवग्रहों में सूर्य के अलावा राहु और केतु ही ऐसे ग्रह हैं जो कभी अस्त नहीं होते। जिन राशियों में मंगल अकारक हों, वहां मंगल के अशुभ प्रभाव, जैसे स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक तनाव, मान-सम्मान में कमी, धन हानि, शत्रुओं से बाधा आदि परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मंगल के अस्त होने पर उन्हें इन समस्याओं से राहत मिलेगी। आइये जानते हैं कि किन राशियों के जातकों को मंगल के अस्त होने राहत मिल सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो आपके चौथे भाव में अस्त होनेवाले हैं। इस अवधि में आपकी संपत्ति से जुड़ी परेशानियां कम होंगी और आप संपत्ति विवाद को बातचीत से हल कर पाएंगे। परिवार में कलह का माहौल कम होगा और आप घर-परिवार में शांति महसूस कर सकेंगे। नौकरी के मामले में भी उच्च अधिकारियों के साथ विवाद खत्म होंगे और आप शांति से मामला सुलझा पाएंगे। माता की सेहत में सुधार होगा और खून से जुड़ी बीमारियां ठीक हो जाएंगी। इस अवधि में अगर आप लोन लेना चाहेंगे, तो मिलने में काफी दिक्कत आएगी। इस अवधि में आपको धन लाभ के साथ-साथ ख़र्चों में वृद्धि भी देखने को मिल सकती है।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव के स्वामी होते हैं और अस्त अवस्था में आपके पहले भाव में होंगे। ऐसे में आपकी सेहत में सुधार होगा और स्वभाव में शांति आएगी। इस अवधि में आप जोश और जल्दबाजी के बजाए सोच-समझकर कदम उठाएंगे। जीवनसाथी के साथ तनाव कम होगा और आप उनकी बातें ध्यान से सुनेंगे और उनकी परेशानियों को गंभीरता से लेंगे। साझेदारी के व्यवसाय में भी तरक्की मिलने के योग बन रहे हैं। मानसिक तौर पर तनाव कम होगा और आठवें भाव के प्रभाव में कमी आएगी। इस दौरान आपके काम सुगमता से होंगे औऱ ज्यादा मेहनत या परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कुंभ राशि
इस राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं जो आठवें भाव में अस्त हो रहे हैं। इस अवधि में करियर में चल रही अनिश्चितता खत्म होगी और ऑफिस के तनाव से मुक्ति मिलेगी। भाई बहनों के साथ संबंधों में सुधार होगा और उनका पूरा सहयोग मिलेगा। बिजनेस में बहुत लाभ भले ना हो, लेकिन कई तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। इस अवधि में अचानक होनेवाले उतार-चढ़ाव से मुक्ति मिलेगी और जीवन में थोड़ी शांति महसूस होगी। अचानक से ख़र्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, और आपको लोन लेना पड़ सकता है।
डिसक्लेमर
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