हमारे जलाशयों में पानी ही पानी

पिछले दो दिनों से अच्छी वर्षा होने से मिली राहत जिले में पिछले कुछ दिनों से हुई अच्छी बरसात के बाद खूंटाघाट डेम (खारंग जलाशय) भर चुका है। इस साल देरी से मानसून आने के बाद भी अगस्त के पहले सप्ताह में ही रतनपुर के पास स्थित अंचल के सबसे बड़े पर्यटन केंद्र खूंटाघाट बांध का वेस्ट वियर छलकने लगा था। लगातार यह तीसरा साल है, जब वेस्ट वियर रपटा से जुलाई के अंतिम और अगस्त में ही पानी का बहाव शुरू हो गया।
बांध से लगातार पानी देने के कारण वर्तमान में यहां 78.82 प्रतिशत जल का भराव है। इसी तरह बिलासपुर संभाग के रायगढ़ स्थित केदार नाला में 97.21 प्रतिशत जलभराव है। मालूम हो कि वर्ष 2022-23 में जिले के दो वृहद, एक मध्यम एवं 216 लघु सिंचाई योजनाओं तथा पांच नलकूप योजनाओं से 104726 हेक्टयर में खरीफ सिंचाई के लक्ष्य के विरुद्ध 9,6504.62 हेक्टयर क्षेत्र में सिंचाई की गई है। बैठक में रबी फसल में धान को छोड़कर अन्य रबी फसलों के लिए पानी देने का निर्णय लिया गया, जिले में वर्ष 2022-23 के लिए अन्य रबी फसलों के लिए 10,564 हेक्टयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जलाशय जलभराव (प्रतिशत में) सिंचाई खरीफ (हेक्टेयर में)
- खूंटाघाट (खारंग) 78.82 48,785
- मनियारी 72.66 5,200
- अरपा भैंसाझार 28.35 2,500
- घोंघा 65.20 8,343
- खम्हारपाकुट 71.00 3,441
- किंकरी 60.72 4,048
- केदार नाला 97.21 4,251
- पुटका नाला 78.18 1,700