जन्माष्टमी के दिन घर में जरूर लाएं ये 5 चीजें, बनी रहेगी भगवान कृष्ण की कृपा

हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस साल 6 सितंबर को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन विधि-विधान से भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। उस व्रत का पारण रात 12 बजे भगवान कृष्ण की पूजा के बाद ही किया जाता है। पंडित आशीष शर्मा के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन यदि कुछ खास उपाय कर लिए जाएं, तो भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती। इन उपायों को करने से सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। ऐसे ही जन्माष्टमी के दिन 5 चीजों को अपने घर जरूर लाना चाहिए।
मोर पंख भगवान कृष्ण को प्रिय है। घर में मोर पंख रखने से वास्तु दोष खत्म होता है। साथ ही इससे भगवान कृष्ण प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। जन्माष्टमी के दिन आप अपने घर मोरपंख जरूर लेकर आएं। इसे आप घर के मुख्य दरवाजे पर लगा सकते हैं।
पांचजन्य शंख
चिरकाल में समुद्र मंथन के पांचजन्य शंख प्राप्त हुआ था। उस समय भगवान विष्णु ने पांचजन्य शंख को धारण किया था। यदि प्रतिदिन घर में शंख बजाया जाए तो सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घर में पांचजन्य शंख रखने से सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। जन्माष्टमी के दिन पांचजन्य शंख घर जरूर लेकर आना चाहिए।
बाल गोपाल
जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल की प्रतिमा घर जरूर लानी चाहिए। पूरे श्रद्धा भाव के साथ उनकी सेवा करना चाहिए। साथ ही मन में अच्छे विचारों को रखते हुए उनका श्रृंगार करें। जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल की प्रतिमा लाने से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं। साथ ही नवविवाहित दंपत्तियों को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।
बांसुरी
भगवान कृष्ण हमेशा अपने पास बांसुरी रखते हैं। उन्हें बांसुरी भी बेहद प्रिय है। कृष्ण जन्माष्टमी पर बांसुरी खरीद कर जरूर लाएं। इस उपाय को करने से आय में वृद्धि होती है। दिन में किसी समय घर पर बांसुरी जरूर बजाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
कामधेनु गाय
वास्तु जानकारों के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन कामधेनु गाय की प्रतिमा घर अवश्य लेकर आएं। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही घर में धन की आवक बढ़ती है। भगवान कृष्ण को तस्वीरों में हमने गायों के साथ देखा है। ऐसे में जन्माष्टमी के दिन कामधेनु गाय की मूर्ति लाना बेहद शुभ है।
जन्माष्टमी पर जरूर करें इस खास स्त्रोत का पाठ, बाल गोपाल होंगे प्रसन्न, कष्टों से मिलेगी मुक्ति
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’