जन्माष्टमी पर घर में इस दिशा में लगाएं मोर पंख, परिवार में कभी नहीं रहेगी अशांति

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हर साल जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों के मुताबिक, भगवान विष्णु ने अपने आठवें अवतार श्रीकृष्ण के रूप में इस तिथि को जन्म लिया था। भगवान श्रीकृष्ण के इस विशेष दिन को लोग उनकी उपासना और भजन-कीर्तन करके मनाते हैं। हिंदूृ पंचांग के मुताबिक, Janmashtami 6 सितंबर और 07 सितंबर दोनों ही दिन मनाई जाएगी।
ज्योतिष शास्त्र में जन्माष्टमी पर्व से संबंधित कई उपाय बताए गए हैं। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण के प्रिय मोर पंख से जुड़े ये उपाय करने से व्यक्ति को कई लाभ हो सकते हैं।
- यदि आप आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं तो जन्माष्टमी के दिन 5 मोर पंखों को भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा के साथ रखकर 21 दिनों तक पूजा करने से आर्थिक तंगी दूर हो जाती है।
- वास्तु दोष दूर करने में भी मोर पंख मददगार होते हैं। मोर पंखों को घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
- पूजा-पाठ करने के बाद मोर पंख को घर की पूर्व दिशा में स्थापित कर दें। ऐसा करने से पारिवारिक कलह नहीं होता है और परिवार में शांति बनी रहती है।
- मोर पंख को जन्माष्टमी के दिन शयनकक्ष या बेडरूम के पूर्व या उत्तर दिशा में लगाने से पति-पत्नी के बीच विवाद नहीं होते हैं।
- राहु और केतु को भारतीय ज्योतिष में छाया ग्रह माना गया है। इन दोनों अशुभ ग्रहों के प्रभाव से बचने के लिए मोर पंख के उपाय करना चाहिए। यदि किसी जातक की कुंडली में राहु और केतु दोष है तो बेडरूम के पश्चिम दिशा की दीवार पर मोर पंख लगाना चाहिए।
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