केतु का कन्या राशि में गोचर, जानिए आपकी राशि पर क्या पड़ेगा असर

वैदिक ज्योतिष में केतु को छाया ग्रह की संज्ञा दी गई है। इसका भौतिक स्वरूप नहीं है, लेकिन इसके गोचर का हमारे जीवन पर काफी असर पड़ता है। ज्योतिष में केतु चंद्रमा का दक्षिणी छोर है, जिसे बिना सिर वाले सांप के रूप में दर्शाया गया है। सामान्य तौर पर इसे एक अशुभ ग्रह माना जाता है। लेकिन यह मोक्ष, अध्यात्म, ज्ञान, रहस्यवाद और मानसिक क्षमताओं का कारक भी है। शुभ स्थिति में केतु जातक को बड़ा ज्ञानी बनाता है, वहीं अशुभ स्थिति में होने पर अचानक और बिना सोचे-समझे फैसले लेने की बुद्धि देता है। 30 अक्टूबर 2023, सोमवार को दोपहर 01 बजकर 33 मिनट पर केतु का तुला राशि से कन्या राशि में गोचर होनेवाला है। इस राशि में केतु लगभग अठारह महीने रहेगा और सभी जातकों के जीवन पर गंभीर असर डालेगा। इंदौर के पंडित चंद्रशेखर मलतारे ने बताया कि सभी राशियों पर केतु के गोचर का क्या असर होगा।
केतु का कन्या राशि में गोचर आपके लिए शुभ होगा। छठे भाव में केतु आपके शत्रुओं को आपसे दूर रखेगा और आपकी परेशानी कम होगी। इस दौरान बौद्धिक क्षमताओं में वृद्धि होगी और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। इस गोचर के दौरान आप अपने शत्रुओं से मित्रतापूर्ण संबंध बनाकर या कूटनीति से जीत हासिल करेंगे। रोजगार से जुड़ा संघर्ष खत्म होगा।
वृषभ राशि
इस राशि के लिए केतु का गोचर पांचवें भाव में होगा। इस गोचर के दौरान प्रेम संबंध टूट सकते हैं और आप अपने पार्टनर से अलग-थलग महसूस कर सकते हैं। रिश्ते के बनाये रखने में काफी मेहनत करनी पड़ेगी। इस दौरान आपके मेधा सक्रिय रहेगी और आप बुद्धिमत्ता और जागरूकता से भरे फैसले ले सकेंगे। शिक्षा से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिलेगा।
मिथुन राशि
इस राशि के लिए केतु का गोचर उनके चौथे भाव में हो रहा है। आप अपने घर या जन्म स्थान से दूर जानेवाले हैं। नौकरी में हैं, तो ट्रांसफर हो सकता है या दूसरी जगह नई नौकरी मिल सकती है। कारोबार से जुड़े लोग किसी नई जगह पर ऑफिस खोल सकते हैं। इस अवधि में आप परिवार से दूर रहेंगे, लेकिन कार्यक्षेत्र में तरक्की होगी। घर, संपत्ति, वाहन आदि बेचने का योग भी बन रहा है।
कर्क राशि
इस राशि के लिए केतु का गोचर आपके तीसरे भाव में हो रहा है। केतु के लिए ये स्थान बहुत ही अच्छा माना जाता है। इस अवधि में आपके साहस में वृद्धि होगी और काफी समय से लंबित कार्य फौरन पूरे हो जाएंगे। आप जल्द फैसला ले सकेंगे और आपको शीघ्र निर्णय का लाभ भी मिलेगा। इस दौरान काम का बोझ अधिक रहेगा और लगातार छोटी यात्राएं करनी पड़ सकती है।
सिंह राशि
इस राशि के लिए केतु का गोचर दूसरे भाव में होगा। इस अवधि में आपके खर्च बढ़ेंगे और बैंक बैलेंस तेजी से कम हो जाएगा। जल्दबाजी में किये गये फैसले से परिवार में बिखराव हो सकता है और आप उनसे खुद को अलग-थलग पाएंगे। इस अवधि में कटु सत्य बोलने से बचें, इससे रिश्ते खराब हो सकते हैं। कुल मिलाकर वाणी, कुटुंब और आय तीनों को संभालने की जरुरत है।
कन्या राशि
इस राशि के लिए केतु का गोचर पहले भाव में ही हो रहा है। अपने शरीर का ध्यान रखें। चोट लगने या किसी तरह की सर्जरी की संभावना बन सकती है। इस दौरान आपकी आध्यात्मिकता में वृद्धि होगी और आप एकांतप्रिय हो सकते हैं। इस गौचर के दौरान कामकाज में मन लगाना मुश्किल होगा और रिश्तों में भी उतार-चढ़ाव दिख सकते हैं। इस अवधि में काम टालने से बचें और जीवन में अनुशासन बनाए रखें, तो केतु सकारात्मक परिणाम देगा।
तुला राशि
तुला राशि के लिए केतु का गोचर उनके बारहवें भाव में हो रहा है। इस दौरान आध्यात्मिक विचारों में वृद्धि होगी। व्यर्थ के खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। आपके मन में सब कुछ छोड़ने औरमुक्ति पाने की इच्छा बलवती हो सकती है। विदेश जाने के लिए ये गोचर अच्छा है और दूर के स्थान के लिए करियर में बड़े अवसर मिल सकते हैं। शत्रुओं से सचेत रहें और कानून ना तोड़ें।
वृश्चिक राशि
इस राशि के जातकों के लिए केतु का गोचर अच्छे परिणाम दे सकता है। एकादश भाव में केतु आपकी दबी इच्छाएं पूरी करने में मदद करेंगे। लेकिन इस गोचर के दौरान, आप पारंपरिक इच्छाओं से अलगाव का अनुभव कर सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी और आपको उतार-चढ़ाव का अनुभव हो सकता है। आपको अपने करियर में वृद्धि देखने को मिलेगी और इसमें गति आएगी। पुराने दोस्तों का साथ छूट सकता है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए उनके दसवें भाव में केतु का गोचर होनेवाला है। करियर में बाधा आने या नौकरी छूटने के योग बन रहे हैं। हो सकता है कि आप अचानक अपना कार्यक्षेत्र ही बदल डालें और नया कार्य शुरु करें। इस दौरान आपको धैर्य रखना होगा क्योंकि चीजें उस दिशा में नहीं जाएंगी जिसकी आपको उम्मीद होगी। ऑफिस में बॉस से संबंध खराब हो सकते हैं और दूरी बढ़ सकती है।
मकर राशि
इस राशि के लिए केतु का गोचर नवें भाव में हो रहा है। इस दौरान आपकी अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी। ज्योतिष, पूजा-पाठ, कथावाचन आदि क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भाग्य का साथ मिलेगा और तरक्की के योग बन रहे हैं। कार्य या किसी धार्मिक अनुष्ठान के लिए लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। पिता से विवाद होने या अलगाव की भी संभावना है। इस अवधि में करियर व वित्त में भी अच्छे परिणाम मिलेंगे।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए केतु का गोचर उनके अष्टम भाव में हो रहा है। इस दौरान जीवन में काफी उथल-पुथल रहेगा और अचानक जीवन में बड़े परिवर्तन दिखेंगे। आकस्मिक बाधाओं, शत्रुओं, दुर्घटनाओं आदि के लिए तैयार रहें। करियर में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और धन में कमी आएगी। ज्योतिष, गुप्त और रहस्यमय चीजों में अधिक रुचि होगी। इसे लेकर सावधान रहें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए केतु का कन्या राशि में गोचर, उनके सप्तम भाव से जुड़े परिणाम देगा। इसका असर आपके वैवाहिक जीवन पर दिखेगा। इस अवधि में पत्नी या पार्टनर से तनाव या अलगाव हो सकता है। विवाह के संयोग बनते-बनते टूट जाएंगे। साझेदारी के व्यवसाय में विवाद उत्पन्न हो सकता है। लेकिन व्यवसाय से जुड़े जातकों को अपने व्यवसाय का विस्तार करने के नये अवसर मिलेंगे।
डिसक्लेमर
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