ब्रेकिंग
PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का क... लखनऊ में भीषण आग, 65 झोपडिय़ां जलीं, रुक-रुककर फटते रहे सिलेंडर, 6 घंटे में काबू पाया
देश

फिर से होगी बृजमंडल यात्रा सीएम ने कहा – जब अनुमति मांगेंगे तब उठाएंगे उचित कदम

हरियाणा में फिर से तनाव का माहौल बनने की संभावना दिख रही है। हरियाणा के पलवल में रविवार, 13 अगस्त को नूंह हिंसा को लेकर हिंदू महापंचायत हुई। इस महापंचायत में विश्व हिंदू परिषद की बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है। ये यात्रा 28 अगस्त को शुरु की जाएगी, लेकिन इसकी तिथि में पदलाव हो सकता है। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने कहा कि जब वे सरकार से यात्रा की अनुमति मांगेंगे, तब हम उचित कदम उठाएंगे।

महापंचायत में फैसला

महापंचायत में मांग की गई कि नूंह हिंसा की जांच, एनआईए (NIA) से कराई जाए। साथ ही दंगों में जो लोग मारे गए उनके परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और 1 सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। घायलों के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की गई। इसके अलावा दंगों में जिसकी दुकान और अन्य नुकसान हुए हैं, उसका आकलन वो शख्स खुद करे और सरकार उसे मुआवजा दे। साथ ही रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोगों को बाहर निकालने की भी मांग रखी गई।

सर्व हिन्दू समाज की महापंचायत

नूंह में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद पलवल में सर्व हिंदू समाज की तरफ से महापंचायत आयोजित किया गया था। महापंचायत को लेकर प्रशासन ने लोगों से अपील की थी कि वो पंचायत में किसी भी तरह की आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल ना करें और ना ही अपने साथ हथियार ना लाएं। इस ‘सर्व जातीय महापंचायत’ में पलवल, गुरुग्राम और आसपास के अन्य स्थानों के लोग शामिल हुए। पहले यह महापंचायत नूंह जिले के किरा गांव में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसमें विश्व हिंदू परिषद समेत कई हिंदू संगठनों ने हिस्सा लिया।

Related Articles

Back to top button