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अंबाह थाना क्षेत्र के ग्राम खजुरी में नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत विवाहिता के परिवार जन आने से पहले ही किया दाह संस्कार अंबाह पुलिस भी शक के घेरे में शव का नही कराया था पोस्टमार्टम ।
अंबाह पुलिस भी शक के घेरे में शव का नही कराया था पोस्टमार्टम अंबाह थाना क्षेत्र के ग्राम खजूरी में संदिग्ध अवस्था में एक विवाहिता की मौत हो गई है विवाहिता ग्राम जौरी मुरैना की रहने वाली थी 4 साल पहले मृतका अंजलि का विवाह ग्राम खजूरी में मनीष सिंह पुत्र रामहेत कडेरे के साथ हुई थी शादी में अंजलि के पिता द्वारा ₹100000 नगद व संपूर्ण गृहस्थी का सामान दिया गया था शादी के 6 महीने बाद ही मृतका अंजलि के पति मनीष सास ममता ससुर रामहेत ननद निशा द्वारा अंजलि को दहेज कम लाने के लिए प्रताणित करते थे कई बार तो खाना भी नहीं देते थे दो दो तीन तीन दिन मृतका अंजलि को 5 लाख अपने पिता से लाने को कहते थे अंजलि के पिता द्वारा बेटी के ससुराली जनों को समझाया लेकिन वह नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहे इसी बीच अंजलि को एक बेटा भी हुआ उसके बाद पति मनीष और परिवार जन नहीं संभले दहेज की मांग यथावत रखी पति मनीष सास ममता ससुर रामहेत द्वारा मृतका अंजलि को ससुराल से बिना कुछ सामान के पहने हुए कपड़ों के साथ ही घर से निकाल दिया और बेटे को अपने साथ रखा मृतक से कहा कि ₹500000 लेकर आओ तभी घर के अंदर आना अंजलि के पिता द्वारा पंचायत बुलाकर अंजलि को पुनः ससुराल भेजा गया अंजलि के पिता द्वारा बताया गया हमारी 500000 देने की है हैसियत नहीं है कुछ दिनों तक मनीष ने रखा दिनांक 7-8-23 को पति मनीष सास ममता ससुर रामहेत वह ननद द्वारा मृतका अंजलि को मौत के घाट उतार दिया अंजलि के पिता महाराष्ट्र में मजदूरी करते हैं 9 अगस्त को जब अंजलि के पिता महाराष्ट्र से खजूरी गए तो द्वारा ससुराल जन द्वारा गाली गलौज की गई और उनको भगा दिया जब पीड़ित अंबाह थाना पहुंचे तो पुलिस ने भी ना सुनी और मामले को गंभीरता से नहीं लिया टीआई बीरेश सिंह कुशवाह भी शक के घेरे में हैं क्योंकि ऐसी संदिग्ध अवस्था में विवाहिता की मौत होती है और टीआई द्वारा पोस्टमार्टम भी नहीं कराया जाता मृतका के पिता और परिवार जन को थाने से भगा दिया जाता है । आखिर कैसे और किन परिस्थितियों में विवाहिता की मौत हुई यह एक पहेली बन गई
