ब्रेकिंग
केंद्र सरकार कराऐगी जाति जनगणना PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का क...
देश

भारत को निशाना बना रहा स्वार्थी गठबंधन पटना में विपक्ष की बैठक पर स्मृति ईरानी ने कहा

शुक्रवार को भाजपा के खिलाफ एक दर्जन से अधिक विपक्षी दलों के एकजुट होने पर सत्तारूढ़ दल ने इसे ”बहुमुखी स्वार्थी गठबंधन” बताया। बिहार के पटना में विपक्षी एकता की बैठक के तुरंत बाद प्रेस को को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पार्टियों के एक साथ आने का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नहीं बल्कि देश के खजाने पर है। ईरानी ने पटना में विपक्ष की बैठक को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने मान लिया है कि वह अकेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं हरा सकती और उसे दूसरों के समर्थन की जरूरत है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, “मैं विशेष रूप से कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से यह घोषणा करने के लिए धन्यवाद देती हूं कि वे अकेले पीएम मोदी को नहीं हरा सकते हैं और ऐसा करने के लिए उन्हें दूसरों के समर्थन की आवश्यकता है।”

बीजेपी नेता ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि आप ऐसे लोगों के पास जाते हैं जो एक पुल भी नहीं बना सकते? वे कौन सा लोकतांत्रिक पुल बनाएंगे?” आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए ईरानी ने कहा कि जो पार्टियां विकास के लिए एक साथ नहीं आ सकीं, वे राजनीतिक ब्लैकमेल का सहारा ले रही हैं।

विपक्षी एकता के कदम पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “एक नेता कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि बैठक में क्या होगा, दूसरे नेता कहते हैं ‘देखते हैं क्या होता है’, और तीसरे नेता कहते हैं ‘अगर आप मुझे संबोधित नहीं करेंगे’ मसला, मैं बाहर चला जाऊंगा”

राहुल गांधी की ‘मोहब्बत की दुकान’ बयान की आलोचना करते हुए ईरानी ने कहा, ‘मैं फिर से पूछना चाहती हूं कि क्या 1984 के दंगे, आपातकाल, मीसा कांग्रेस के ‘मोहब्बत’ के उदाहरण थे।’

Related Articles

Back to top button