मुख्य समाचार
बागचीनी थाना क्षेत्र के बुजुर्ग दंपति पहुंचे एसपी आफिस बेटे बहू पर लगाया मारपीट का आरोप थाने में नहीं होती सुनवाई पत्रकारों को देखकर रोये बुजुर्ग तुम्हारे बचाये ही बचत है।
मुरैना SP की जनसुनवाई में बीते दिन एक बुजुर्ग दंपती पहुंचे। उन्होंने रोते हुए बताया कि हम बड़े पेरशान हैं। हमारी बहू और बेटे हमसे हमारी जमीन मांगते हैं। जब मना किया तो मारपीट कर दी और घर से निकाल दिया। घर का सारा सामान भी कब्जे में ले लिया बुजुर्ग मगरीराम, उम्र 70 वर्ष, निवासी हडमासी, बागचीनी क्षेत्र के निवासी हैं। उनके चार बेटे व दो बेटियां हैं। दोनों बेटियों की वह पहले ही शादी कर चुके हैं। उनके बेटे राजेन्द्र की शादी उन्होंने रुमाली नामक लड़की से की है। शादी के बाद रुमाली अपने पति को लेकर सास-ससुर से अलग रहने लगी। अब वह और मेरा बेटा राजेन्द्र दोनों हमसे खेती में हिस्सा मांगते हैं। मगरीराम का छोटा बेटा UPSC की तैयारी कर रहा है तो बहू उससे लड़ती है और कहती है कि अगर मुझे मेरा हिस्सा नहीं दिया तो तुझे अच्छी तरीके से कलेक्टर बनवाऊंगी। वह छोटे बेटे से आए दिन लड़ती है। 10 बीघा जमीन बेटे राजेन्द्र को दे चुके बुजुर्ग बुजुर्ग मगरीराम ने बताया कि रोज-रोज की कलह से तंग आकर व रिश्तेदारों के कहने पर उसने 10 बीघे जमीन बेटे राजेन्द्र के नाम कर दी है। इसके साथ ही अन्य तीनों बेटों को भी बराबर-बराबर जमीन बांट दी है तथा एक हिस्सा अपनी वृद्धावस्था के लिए रख छोड़ा है। उसके बावजूद वह संतुष्ट नहीं है तथा आए दिन गालियां देता है तथा मारपीट करता है पिता के हिस्से की जमीन में मांग रहा हिस्सा पिता मगरीराम ने बताया कि 24 मई को दोपहर एक बजे उनका बेटा राजेन्द्र आया और उनसे बोला कि तुमने जो अपने हिस्से की जमीन छोड़ रखी है उसमें से आधा हिस्सा हमें दो। इस पर हमने उससे कहा कि हमने कर्ज लेकर दोनों बेटियों की शादी की है, पहले हम अपना वह कर्ज चुका लें उसके बाद हमारे मरने के बाद अपना हिस्सा तुम्हें स्वत: ही मिल जाएगा, इस पर वह भड़क गया और पीटने लगा बागचीनी थाने में नहीं हुई सुनवाई बुजुर्ग दंपती ने SP को बताया कि वे परेशान होकर जब बागचीनी थाने पहुंचे तो उनकी सुनवाई नहीं की गई। इस पर वे एसपी की जनसुनवाई में पहुंचे तथा SP के सामने पूरी बात बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। मीडियाकर्मियों को देखकर रोने लगे मीडियाकर्मियों को देखकर बुजुर्ग दंपती रोने लगे। बोले- अब तुम्हाए बचाए बचत हैं, नहीं तो बेटा-बहू मार देवेंगे। बुजुर्ग महिला भागवती ने रोते हुए बताया कि लड़का-बहू को उनका हिस्सा भी दे दिया तो भी नहीं रहने दे रहे हैं। कहते हैं कि जो हिस्सा तुमने अपने पास रख लिया है उसमें से आधा दे दो। अब अगर हमने अपने हिस्से की भी जमीन उन्हें दे दी तो बुढ़ापे में हम दोनों पति-पत्नी क्या खाएंगे। हमारे मरने के बाद वह हिस्सा तो बेटों के पास स्वत: ही चला जाएगा, लेकिन बेटा बहु को सब्र नहीं है।
