मुख्य समाचार
शांति, सदभाव और न्याय के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए युवा शिविरों का आयोजन महत्वपूर्ण।
लखनऊ। बेरोजगारी और गरीबी मुक्त समाज से ही शांति और सद्भावना का वातावरण बनेगा।देश का नौजवान अब कितने वर्षों तक इंतजार करेगा।कैसे गरिमा मयजीवन जीने वातावरण निर्मित हो। राष्ट्रीय युवा योजना के आधा सैकड़ा युवा आज लखनऊ के गांधी भवन में एकजुट हुए तथा पूज्य भाई जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर भाई जी के साथ किए गए शिविरों के अनुभव साझा किए।श्री अजीत सिंह ने राष्ट्रीय युवा योजना के आधा दर्जन शिविरों में भाग लिया अभी उत्तर प्रदेश पुलिस में अधिकारी हैं।राजीव कुमार जी ने डिब्रूगढ़ ,धर्मस्थली, मंगलौर आदि शिविरों में भाग लिया आज समाज सेवा के काम में जुटे हैं ।एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. रन सिंह परमार ने कहा कि महात्मा गांधी के शांति और अहिंसा के संदेश को दुनियां में फैलाने की जरूरत है।चर्चा का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय युवा योजना उत्तरप्रदेश के संयोजक द्विजेंद्र विश्वात्मा ने राष्ट्रीय युवा योजना के उद्देश्य और भाई जी द्वारा भारत माता की सेवा को जो संदेश दिया उस संदेश को युवाओं में फैलाने की जरूरत है ताकि हम भारत को विश्व गुरु के सम्मान से सम्मानित करा सकें ।इस अवसर पर लखनऊ श्री अजीत सिंह ने कहा कि मैंने भाई जी के 5 शिविर किए हैं भाई जी के अंतिम संदेश ईमानदारी से काम करने के संदेश को निभा रहा हूं।झांसी से सहारिया समाज की मेवा सहारिया ने कहा कि भाई जी से हमें सम्मान से जीवन जीने की राह मिली है। डा अजीत यादव ने कहा कि युवाओं को राष्ट्रीय संस्कारों की बड़े स्तर पर ट्रेनिंग देने की जरूरत है।संवाद के अंत में श्री राकेश भाई ने सभी का आभार व्यक्त किया।
