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मुरैना। अटल प्रोग्रेस वे के विरोध में हुई किसान महापंचायत, किसान नही देंगे अपनी वेशकीमती जमीन।

मुरैना। चम्बलघाटी किसान एकता संघर्ष समिति की अटल प्रोग्रेसवे के विरोध में चम्बल के किनारे सती माता मन्दिर सरसैनी पर किसान महापंचायत हुई जिसमें सिहोरी खॉण्डोली से बर्रेड तक के हजारों की संख्या में किसान एकत्रित हुए उसमें बैठक में निर्णय लिया गया कि अटल प्रोग्रेस वे के लिये हम अपनी बेशकीमती जमीन किसी कीमत पर नहीं देगे। कार्यक्रम में एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रनसिंह परमार केरल से शिवकुमारन एवं कानपुर से मनोरमा बहन मुख्य रूप से भागीदार रहे। एकता परिषद से राष्ट्रीय अध्यक्ष रनसिंह परमार ने कहा कि चम्बल घाटी क्षेत्र के किसानों की जमीन अटल प्रोग्रेस वे में सरकार द्वारा अधिग्रहण करने की जा रही है हम एकता परिषद की ओर से किसानों के आन्दोलन में पूरी ताकत केसाथ लड़ेगे चाहे हमको कितना भी संघर्ष करना पड़े। किसान भाईयों को आश्वासन देते हुए कहा कि आपकी जमीन इतनी आशानी से सरकार को अधिग्रहण नहीं करने देगें। उन्होंने कहा किसानों के हित में हमारा पूरा समर्थन दिया जाता है। पूर्व विधायक गजराजसिंह सिकरवार ने किसान महा पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि अटल प्रोग्रेस वे सरकार का निर्णय चम्बल क्षेत्र के किसानों के लिये विनासकारी निर्णय हैं सरकार को एक्सप्रेस वे बनानाही है तो पूर्व सर्वे के अनुसार बनाया जावें जिसमें 90 प्रातिशत शासकीय जमीन है। उससे बिहड कटाव भी रूकेगा। जिसमें किसीको कोई आपती नहीं है नये सर्वे के अनुसार अटल एक्सप्रेस वें से इस क्षेत्र की चम्बल नहर की सिचाई व्यवस्था ध्वस्त होगी। इस क्षेत्र के लाखों किसानों के युवा पूर्व से ही वेरोजगार है। इससे बनने से यहाँ का किसान के भूमिहीन हो जावेगा। और भुखमरी फैलेगी। अशांति का वातावरण बनेगा। सीपीएम के नेता अशोक तिवारी ने कहा कि अटल एक्सप्रेस वे बनाने का सरकार का जो निर्णय किसान विरोधी है सरकार इसे पूँजीपतियों के लिये बना रही है सरकार का यह निर्णय किसानों की बलि देने के बराबर है। चम्बलघाटी किसान एकता संघर्ष समिति की बैठक में श्री सोवरनसिंह गुर्जा को चम्बलघाटी किसान एकता संघर्ष समिति का सर्व सम्मति से अध्यक्ष नियुक्त किया गया। सोवरनसिंह गुर्जा ने कहा कि यह किसानों की लड़ाई है अपनी जमीन आशानी से नहीं देगें चाहे कितना भी संघर्ष करना पडे यह आन्दोलन आगामी दिनों में भीषण रूप ले लेगा। जनता के साथ सड़कों पर उतरेगें। सरकार के खिलाफ पुरूजोर विरोध किया जावेगा। पूर्व विधायक महेश दत्त मिश्रा ने किसानों में जोर भरते हुए कहा कि किसान अपने खेत बचाने के लिये अपने परिवार सहित युवाओं को इस योजना का विरोध करने के लिये बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने के लिये आगे आना पडेगा। हम अपनी जमीन किसी भी कीमत पर नहीं देगें। . किसान संघर्ष समिति के सेयाजक लखनसिंह मिलौआ ने कहा गाँव गाँव से हजारों की संख्या में किसान इस परियोजना का विरोध करने के लिये गाँव गाँव से निकल कर र्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले तभी हम इस आन्दोलन को तेज गति देगे। कार्यक्रम को क्षत्रिय महासभा के गजेन्द्रसिंह राठोड, एकता परिषद के उदयभानसिंह परिहार, शिक्षाविद जण्डैलसिंह सिकरवार ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन उदयवीरसिंह सिकरवार ने किया। उन्होने कहा कि इस आन्दोलन को बढ़ा रूप देने के लिये किसान बधुओं को आगे आना होगा। इस अवसर पर सर्व श्री सुल्तानसिंह खॉण्डोली, रामचन्दसिंह, शिवराजसिंह, महेन्द्रसिंह अध्यक्ष क्षत्रिय महासभा, बीरेन्द्र पटैल, रामप्रकाश सेकेष्ट्री, विसम्भरसिंह, शिवराजसिंह ल्होरी का पुरा, बच्चूसिंह, नाथूसिंह, जगदीश राठौर, प्रेमसिंह जादौन, गरसिंह जादौन सरपंच, रघुनाथसिंह, अमरसिंह ताजपुर, ओमप्रकाश श्रीवास, उम्मेदसिंह, रनवीरसिंह, वीरवल धाकड़, बृजेश उपाध्याय, विनोदसिंह, नरहरि शर्मा, कमलसिंह, बनवारीसिंह आदि हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया

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