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मुरैना। अटल प्रोग्रेस वे का किसानों ने किया विरोध, 15 मार्च को सती मंदिर सरसेनी पर होगी किसान महापंचायत।
मुरैना। अटल प्रोग्रेस वे को लेकर किसानों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है इस परियोजना को लेकर चम्बल घाटी किसान एकता संघर्ष समिति द्वारा गाँव गाँव किसान जन समर्थन यात्रा निकाली जा रही है सोमवार को जौरा तहसील के ग्राम गुनापुरा, बृजगढ़ी, तिन्दोखर, चिन्नोनी, सिगरोली, बरेंड, बधरी, पर्वतपुरा, गुर्जा, हुसेनपुर आदि दर्जनों गाँवों में जन समर्थन यात्रा पहुंची। यात्रा के साथ साथ गाँव गाँव में बैठकें आयोजित की जा रही है। पूर्व विधायक गजराजसिंह सिकरवार ने बैठकों में उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने पहले बीहड़ों से चम्बल एक्सप्रेस वे निकालने के लिये सर्वे कराया गया था जिससे किसानों को लगा कि विकास होगा। लेकिन अटल प्रोग्रेस वे सडक परियोजना को नये सर्वे से बनाने से किसान बर्बाद हो जायेगें। जिससे किसानों की सिंचाई व्यवस्था छिन्न, जिसमें किसानों की बहुफसली, समतल, सिंचित, वेशकीमती उपजाऊ जमीन से इस परियोजना को निकाला जा रहा है जिसमें बजट में दोनों ओर इण्डस्ट्रीयल कॉरिडोर विकसित करने के लिये सड़क 500-500 मीटर जमीन लिये जोने वाले निर्णय से किसान भूखो मरने की स्थिति में आ जायेंगे। जिससे किसान पूरी तरह तबाह हो जायेगे। अटल प्रोग्रेसवे सड़क परियोजना से हजारों किसान भूमिहीन हो रहे हैं जिसमें सीमान्त लघु और मध्यम किसान है। जिनके पास कृषि के अलावा जीविका का कोई साधन नहीं है जिससे सामाजिक दुष्प्रभाव बहुत ही घातक होगें। भूमिहीनता, बैरोजगारी बढ़ेगी। बैठकों में उपस्थित किसानो को सम्बोधित करते हुए कॉंग्रेस से पूर्व प्रदेश महामंत्री सोवरनसिंह गुर्जा ने कहा कि चम्बल घाटी के किसानों ने एक स्वर में कहा कि अटल प्रोग्रेस वे के लिये एक इंच भी अपनी जमीन से नहीं देगें चाही कितनी भी लम्बी लड़ाई लड़ना पड़े। इसके लिये दिनांक 15/3/2023 को सरसेनी के सती मन्दिर किला मैदान पर विशाल किसान पंचायत होगी। महापंचायत में किसानों से राय लेकर विशाल आन्दोलन की रणनीति पर विचार किया जावेगा। शिक्षाविद जण्डैलसिंह ने कहा कि बैठकों में एकत्रित सभी किसानों ने इस सड़क परियोजना को पूर्ण रूप से रद्द करने का संकल्प लिया। इस परियोजना को लेकर किसानों ने भारी आक्रोश देखा जा रहा है। चम्बल घाटी किसान एकता संघर्ष समिति के संयोजक लखनसिंह मिलौआ ने कहा कि सरकार अटल प्रोग्रेस ये के लिये जिस तरह से जमीन अधिग्रहीत करने की कार्यवाही कर रही है वह किसानों के साथ घोर अन्याय है। एकता परिषद के जिला संयोजक उदयभानसिंह परिहार ने कहा कि किसानों की सहमति के बिना उनकी जमीन लेना उनके साथ छलावा है किसान अपनी जमीन नहीं देगें। चाहे जेल भी जाना पड़े। किसान जन समर्थन यात्रा में बैठकों को संचालन करते हुए उदयवीरसिंह सिकरवार ने कहा कि अटल प्रोग्रेस वे परियोजना को रदद् करने के लिये किसानों का आन्दोलन दिनों दिन तेज होता जा रहा है किसान सड़क परियोजना को रदद करने की मांग कर रहे हैं इसके लिये आगामी दिनॉक को सरसैनी सती मन्दिर किला मैदान पर किसान महापंचायत आयोजित की जा रही है। जिसमें भारी संख्या में किसान एकत्रित होगें। इस अवसर पर बैठक में सर्व सुल्तानसिंह सिकरवार खॉण्डोली, परिमालसिंह बाबूजी, जगदीश राठौर गरसिंह जादौन गुनापुरा, गिर्राजसिंह, रणवीरसिंह, वकीलसिंह, प्रेमसिंह, चिन्नोनी के राजेन्द्रसिंह, टिन्कू शर्मा, उम्मेदसिंह सिगरोली, रणवीरसिंह, पूर्व जनपद सदस्य बृदावनसिंह, देवेन्द्रसिंह परमार, सतेन्दसिंह जादौन, धीरसिंह, रघुनाथसिंह, रामपालसिंह, प्रीतमसिंह, महेन्द्रसिंह हुसैनपुर, द्वारिका प्रसाद, भोगीराम शर्मा, रघुवीर प्रसाद शर्मा, आदि सैकड़ों की संख्या में लोग किसान जन समर्थन यात्रा में सम्मिलित हुए
