ब्रेकिंग
PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का क... लखनऊ में भीषण आग, 65 झोपडिय़ां जलीं, रुक-रुककर फटते रहे सिलेंडर, 6 घंटे में काबू पाया
मुख्य समाचार

राहुल गांधी के भाषण की सीएम सरमा ने की आलोचना

गुवाहाटी  । कैंब्रिज विश्वविद्यालय में राहुल गांधी के संबोधन को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनकी आलोचना की है। कैंब्रिज जज बिजनेस स्कूल में एमबीए के छात्रों को 21वीं सदी में सुनना सीखना विषय पर संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दल निरंतर दबाव में हैं क्योंकि भाजपा सरकार ने उन पर कई मुकदमे लगा दिए हैं।
इसे लेकर सरमा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। सरमा ने कहा, राहुल ने पुलवामा हमले को कार बम के रूप में वर्णित किया जिसमें 40 सैनिक मारे गए। उन्होंने हमारे जवानों का अपमान करने की हिम्मत कैसे की? बम नहीं था सर, आतंकी हमला था। कोई आश्चर्य नहीं कि उन्होंने पुलवामा हमले के पीछे पाकिस्तान का नाम लेने से इनकार कर दिया। क्या यह आतंकवादियों के साथ कांग्रेस की समझ का हिस्सा है?
एक अन्य ट्वीट में, असम के सीएम ने कहा, राहुल कहते हैं कि कश्मीर में आतंकवादियों ने उन्हें देखा, लेकिन उन्हें पता था कि वह उन्हें निशाना नहीं बनाएंगे। सुरक्षा एजेंसियों को इसकी सूचना क्यों नहीं दी गई? क्या राहुल को बचाने के लिए कांग्रेस की इन आतंकवादियों के साथ कुछ समझ थी ? सरमा ने कांग्रेस नेता के दावों का मुकाबला करने के लिए कुछ तथ्य भी सामने रखे। राहुल का कहना है कि भारतीय लोकतंत्र खतरे में है क्योंकि वह खुलकर अपनी बात नहीं रख सकते।
बता दें कि अपने संबोधन में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भारतीय लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया है। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा के तहत अपनी यात्रा में 4,000 किलोमीटर की यात्रा बिना किसी घटना के की। क्या हमें उन्हें यह याद दिलाने की जरूरत है कि कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान भाजपा नेताओं के नेतृत्व वाली यात्राओं को कैसे रोका जाता था।

Related Articles

Back to top button