मुख्य समाचार
श्योपुर। राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने में माहिर हैं डीपीसी गोयल भ्रष्टाचार करने में सबसे आगे गोयल
श्योपुर। प्राप्त सूत्रों के अनुसार जिला परियोजना समन्वयक ने एक जाति विशेष के शिक्षकों का एक ग्रुप बनाकर शासन प्रशासन का विरोध करने का नया तरीका निकाला है ग्रुप कार्यकर्ताओं द्वारा किसी के विरोध में भी ज्ञापन दे दिया जाता है। ज्ञापन डीपीसी कार्यालय में तैयार किया जाता है डीपीसी चेंबर में बैठकर हाल ही में समाज विशेष एक हितेषी ग्रुप द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के विरोध में कलेक्टर शिवपुर को ज्ञापन दिया जिसमें कई आरोप लगाते हुए लिखा गया कि कर्मचारी जाति विशेष का होने के कारण जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कार्यवाही की गई बताते हैं कि हाल ही में दिनांक 9 फरवरी 2023 को जिला शिक्षा केंद्र डीपीसी द्वारा बनवारी लाल वर्मा प्राथमिक शिक्षक प्रभारी प्रधानाध्यापक शासकीय माध्यमिक विद्यालय रघुनाथपुर को व्यक्तिगत टशन के कारण कलेक्टर को गुमराह कर निलंबित करवा दिया सूत्र बताते हैं की जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिवेदन के आधार पर सहसराम संकुल में पदस्थ शिक्षक को निलंबित किया गया था जब डीपीसी द्वारा तैयार समाज विशेष शिक्षक ग्रुप ने जिला शिक्षा अधिकारी का विरोध कर ज्ञापन दिया था ज्ञापन का विरोध बनवारी लाल वर्मा द्वारा किया गया जिससे डीपीसी नाराज हो गए और शासकीय माध्यमिक विद्यालय रघुनाथपुर का निरीक्षण कर डाला जब निरीक्षण में कुछ ना मिला तो डीपीसी को अपनी हार महसूस हुई जिसका बदला लेने हेतु डीपीसी द्वारा कलेक्टर श्योपुर को गुमराह कर बनवारी लाल वर्मा को निलंबित करवा दिया कलेक्टर श्योपुर से डीपीसी पूर्व में भी कई कार्य गुमराह कर शासन के निर्देशों के विरुद्ध जाकर करवा चुके हैं जिसका सीधा उदाहरण है समाज विशेष हितेषी शिक्षक ग्रुप का संचालन करने वाले को जिला शिक्षा केंद्र में नवसाक्षर भारत का जिला सह समन्वयक निजी स्वार्थों के वशीभूत होकर शासन के निर्देशों की अवहेलना कर बनाया गया है इनका कहना: डी पी सी के क्रियाकलाप ठीक नहीं है यह बात कलेक्टर महोदय को अवगत करा चुका हूँ। सभी क्रियाकलाप कलेक्टर महोदय के संज्ञान में है। रविन्द्र सिंह तोमर जिला शिक्षा अधिकारी श्योपुर इनका कहना: डी पी सी के द्वारा जाती विशेष शिक्षकों का एक ग्रुप तैयार किया गया है जिसके द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध कई आरोप लगाकर कलेक्टर महोदय को ज्ञापन दिया गया था जिसका मेरे द्वारा विरोध किया गया जिससे नाराज होकर डी पी सी महोदय ने कलेक्टर महोदय को गुमराह कर मुझे निलंबित करवा दिया। जबकि मेरे द्वारा समय सीमा में कारण बताओ सूचना पत्र का जवाब दिया गया था। जिसे डी पी सी महोदय द्वारा छुपा लिया गया है उनके द्वारा लगाये गये आरोप मिथ्या एवं निराधार है। जिसकी जाँच कराया जाना आवश्यक है। बनवारी लाल वर्मा पीड़ित शिक्षक
