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गोहद के खनेता में 100 बीघा जमीन पर 30 से सनातन धर्म महासम्मेलन का आयोजन।
भिंड चंबल में सनातन धर्म के महासम्मेलन की तैयारियां जोरों पर हैं। ये महासम्मेलन अन्य सामान्य आयोजनों से अलग है। इसकी भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 100 बीघा जमीन पर सम्मेलन का आयोजन स्थल तय किया गया है। इसके लिए समूचा गांव ही अभी से मेजबान की भूमिका में आ चुका है। मेहमानों के ठहरने का घर-घर इंतजाम है। हर घर के बाहर तखत और खटिया रखे हैं। वो भी गद्दे और बेडशीट के साथ। इस आयोजन में चार संप्रदाय के शंकराचार्य, रामकथा वाचक कनकेश्वरी देवी और बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को आमंत्रित किया गया है। आयोजकों का दावा है कि उनकी मंजूरी भी मिल गई है। इस आयोजन में करीब डेढ़ से दो लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया है। प्रशासन भी इसी को ध्यान में रखकर तैयारी में जुटा है। खनेता गांव में हर घर मेहमानों के आगमन के लिए इस तरह तैयार नजर आ रहा है प्रशासन बनवा रहा हेलीपैड प्रशासन की ओर से यहां अस्थाई अस्पताल, पानी की टंकी, सड़क के चौड़ीकरण और बिजली व्यवस्था का काम किया जा रहा है। साथ ही हेलीपैड भी बनाए जा रहे हैं। उम्मीद है संतों के अलावा सम्मेलन के दौरान प्रदेश की बड़ी राजनीतिक हस्तियां भी यहां आ सकती हैं। यहां 9 मंजिल विशाल 108 कुंडीय हवन यज्ञ शाला का निर्माण राजस्थान के कुशल कारीगरों से कराया गया है। यहां 9 मंजिल विशाल 108 कुंडीय हवन यज्ञ शाला का निर्माण राजस्थान के कुशल कारीगरों से कराया गया है। आयोजन में ये भी है खास-खास मंदिर प्रबंधन ने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कुंभ की तर्ज पर टीन के 100 से अधिक कमरे तैयार कराए हैं। 7 सेक्टर बनाए गए हैं। हर सेक्टर में 100 से 200 सेवक मौजूद रहेंगे। 9 मंजिला विशाल 108 कुंडीय हवन यज्ञ शाला का निर्माण राजस्थान के कुशल कारीगरों से कराया गया है। रोजाना एक लाख श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था की गई है। पूरा कार्यक्रम 100 बीघा से अधिक जमीन में कराया जा रहा है। गोहद एसडीएम शुभम शर्मा ने बताया भीड़ को देखते हुए अलग-अलग जगहों पर पार्किंग प्लान कर रहे हैं। आयोजन से एक दिन पहले 2000 कलश के साथ यात्रा निकाली जाएगी। 700 साल पुराना है मंदिर मंदिर करीब 700 वर्ष पुराना बताया जाता है। इस मंदिर के महंत संत विजय रामदास जी महाराज प्रकांड विद्वान संत थे। धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज, विनोबाजी जैसे महान संत ने मंदिर में रहकर तपस्या की है। मंदिर में विराजे राम-जानकी, लक्ष्मण की दिव्य मूर्ति के चमत्कार के किस्से यहां से शुरू होकर देशभर में फैले हैं। रघुनाथ धाम ठाकुर जी के दर्शन लाभ के लिए दूर दराज से लोग आते हैं। मंदिर का एक विशाल आश्रम वृंदावन धाम में है। इस मंदिर की कई शाखाएं विभिन्न स्थानों पर हैं। जहां पूजा पाठ नित्य क्रिया के साथ संपन्न कराया जाता है। वर्तमान में मंदिर के महंत 1008 महामंडलेश्वर रामभूषण दासजी महाराज सनातन धर्म भगवत कथा का प्रचार प्रसार कर रहे हैं । संस्कृत विद्यालय के माध्यम से यहां छात्र वैदिक पद्धति से अध्यापन करते हैं।
