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भिंड में चुनावी रंजिश को लेकर 3 लोगों की हत्या से तनाव।
भिंड जिले में 10 से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने 3 लोगों की हत्या कर दी। सरपंच चुनाव के बाद से ही दोनों गुटों में विवाद चला आ रहा था। यही विवाद शनिवार रात फिर गहरा गया। दोनों पक्षों ने चैलेंज देते हुए एक-दूसरे को निपटाने की धमकी दी। इसके अगले दिन यानी रविवार को एक पक्ष ने घात लगाकर दूसरे पक्ष के 5 लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें 3 की जान चली गई। पुलिस ने 15 लोगों को आरोपी बनाया है। घटना मेहगांव थानाक्षेत्र के पचेरा गांव की है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। साथ ही जिले के 6 थानों की फोर्स को भी मेहगांव बुलाया गया है। इसके अलावा पड़ोसी जिलों से भी फोर्स बुलाई गई है। चुनावी रंजिश में हत्याएं... पचेरा गांव में पूर्व सरपंच पूनम के पति निशांत त्यागी और पड़ोसी हाकिम सिंह त्यागी के बीच सरपंच चुनाव की वजह से रंजिश चली आ रही थी। निशांत और उसके समर्थकों ने रविवार दोपहर खेत पर जा रहे हाकिम सिंह त्यागी (55), गुल्लू उर्फ अनुज त्यागी (35) और पिंकू त्यागी (24) को गोलियों से भून दिया। तीनों की मौत हो गई। यह भी कारण... वर्तमान सरपंच कर रहे थे पूर्व सरपंच पूनम के कार्यकाल के कामों की शिकायत, इससे नाराज था निशांत पिछले 15 साल से सरपंची निशांत त्यागी के परिवार के पास थी। वह खुद, उसकी पत्नी और समर्थक सरपंच रहे। इस बार दोनों ही पक्ष के लोगों ने सरपंची चुनाव में अपने आरक्षित वर्ग के प्रत्याशियों को खड़ा किया था। निशांत ने जिस प्रत्याशी को समर्थन दिया, वो हार गया। हाकिम सिंह के पक्ष के प्रत्याशी मायाराम चुनाव जीत गए। मायाराम पूर्व सरपंच पूनम त्यागी और इससे पहले के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों की लगातार शिकायतें कर रहे थे। इसकी जांच चल रही थी। इस वजह से भी दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता गया। शनिवार रात दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इस दौरान एक-दूसरे को देख लेने और निपट लेने के चैलेंज भी हुए। मायाराम ने बताया कि उन्होंने खुद पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते भी पूर्व सरपंच पति निशांत और हाकिम सिंह के बीच रंजिश बढ़ती जा रही थी। बेटे के सामने पिता की हत्या... मृतक हाकिम सिंह का बेटा मनोज त्यागी घटना का चश्मदीद है। उसने पुलिस को बताया, मेरे सामने ही मेरे पिता की हत्या कर दी गई। निशांत त्यागी ने बंदूक से पिता को गोली मारी। दूसरी गोली नरेंद्र त्यागी ने मारी। यह गोली पिता के हाथ में लगी। तीसरी गोली सौरभ त्यागी ने मारी। इसके बाद पिता जमीन पर गिर गए। राहुल त्यागी ने पिंकू त्यागी के पेट में गोली मारी। अनूप त्यागी ने गुल्लू उर्फ अनुज त्यागी के सीने में गोली मारी। अंधाधुंध फायरिंग होते ही मैं, साथी रवि और लोकेश जान बचाते हुए भागे। सरसों के खेत में जाकर छिप गए। आरोपी हमारी ओर फायरिंग करते रहे। इसके बाद भाग निकले। जब हम पहुंचे तो पिता, पिंकू और अनुज की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
