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मुरैना के जौरा कस्बे में SBI के कियोस्क सेंटर पर 42500 रूपए की लूट ।
मुरैना के जौरा कस्बे में एसबीआई के कियोस्क सेन्टर पर दो बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। लगभग 15 बदमाश स्कार्पियों कार व बाइकों पर आए और कियोस्क सेन्टर के संचालक के साथ मारपीट की वह 42500 रुपए उससे लूट कर ले गए, इस घटना के बाद, जौरा कस्बे में दहशत का आलम है। सबसे अधिक दुकानदार भयभीत हैं। दुकानदार मनोज सविता का बेटा अमन सविता व एक अन्य कर्मचारी मौजूद था। देर शाम का वक्त था। एक ग्राहक हरिओम त्यागी आया और बोला कि दो हजार रुपए मेंरे खाते में जमा करना है, उसे कर दो। इस पर उसने कहा कि अभी नहीं हो सकते हैं क्योंकि सर्वर ठप हो गया है। इस पर वह बोला कि फोन पे से कर दो, तो उसने कहा कि फोन पे से करने पर अधिक चार्ज लगेगा क्योंकि अधिक ट्रांजिक्शन होने पर उसका टीडीएस अधिक आता है, इस पर वह तथा उनके साथ मौजूद जैतपुर गांव निवासी मुकश त्यागी व सुरेश राठौर भड़क गए तथा ऊंट-पटांग कहने लगे। इस पर जब उनके लड़के ने विरोध किया तो उन लोगों ने उन्होंने उसका कॉलर पकड़ा तथा घसीट कर दुकान से बाहर खींचते हुए ले गए। इस बीच उनहोंने फोन करके कुछ लोगों को बुला लिया। थोड़ी ही देर में एक स्कार्पियों गाड़ी व मोटरसाइकिलों पर लड़के आ पहुंचे, वे संख्या में लगभग 15 बताए जा रहे हैं। उन लोगों ने दोनों के साथ मारपीट की तथा उनके पास रखे 42500 रुपए लूट कर ले गए। इस घटना के बाद लुटे-पिटे दोनों लोग जौरा थाने पहुंचे तथा पूरी बात पुलिस को बताई। सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता पिता कियोस्क सेन्टर संचालक मनोज सविता ने बताया कि कियोस्क सेन्टर पर उनका बेटा अमन सविता बैठा था। वह सेन्टर से कुछ दूरी पर स्थित तिकोनियां पार्क पर मौजूद एडीबी बैंक में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं। जब उन्हें लूट की बात पता लगी तो वे दौड़े-दौड़े पहुंचे, पुलिस ने कहा लूट नहीं हुई है, उन लोगों का आपस का झगड़ा था। हम रिपोर्ट लिख रहे थे लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया तथा राजीनामा कर लिया। अरुण कुशवाह, थाना प्रभारी, जौरा, फरियादी ने कहा झूठ बोल रही है पुलिस मेरे बेटे के साथ लूट हुई है जिसमें 42500 रुपए लूटे गए हैं, मारपीट की गई है वह अलग से। मैं जौरा थाने गया था तथा रिपोर्ट लिखाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी। उसके बाद आज दोबारा फिर गया तो थाना प्रभारी बोले कि तुम्हारा तो राजीनामा हो गया है, जबकि हमारा कोई राजीनामा नहीं हुआ है, पुलिस झूठ बोल रही है। जब हमने राजीनामा किया ही नहीं है तो कौन कर जाएगा।
