सौंपा ज्ञापन, अकाली दल में इकबाल झूंदा की सिफारिशों को लागू करने की मांग

अमृतसर: अकाली दल के सभी प्रमुख पदों से इस्तीफा दे चुके और अध्यक्ष के खिलाफ खुलकर बोलने वाले जगमीत सिंह बराड़ मंगलवार गोल्डन टेंपल पहुंचे। यहां उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब से मिलने के लिए समय मांगा था। मुलाकात में उन्होंने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को दो सफों का ज्ञापन सौंपा है और झूंदा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की मांग उठाई है।श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात के बाद अपनी बात रखते हुए जगमीत बराड़।जगमीत बराड़ ने कहा कि वह अभी सभी प्रमुख पदों से इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन एक वर्कर होने के नाते वह अकाली दल से हमेशा जुड़े रहेंगे। वह श्री अकाल तख्त साहिब पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मिलने पहुंचे थे और उन्हें ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने कमजोर हो चुकी अकाल दल को क्षेत्रीय पार्टी के तौर मजबूत करने के लिए झूंदा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की मांग रखी है।पार्टी लीडरों को बदलने की सबसे पहली थी सिफारिशजगमीत सिंह बराड़ ने कहा कि उन्होंने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पंजाब में अकाली दल की चिंताजनक स्थिति के बारे में बताया है। यह भी स्पष्ट कहा है कि पंजाब व विदेश में बसे पंजाबी अकाली दल की कमजोर स्थिति को लेकर चिंता में हैं। उन्होंने कहा कि अकाली दल को मजबूत करने के लिए बनाई गई झूंदा कमेटी में 42 सिफारिशें भी। जिनमें सबसे ऊपर लीडरशिप को त्याग करने के लिए कहा गया था।सिफारिशों को जनतक नहीं किया जा रहाबराड़ ने इस दौरान किसी भी अकाली लीडर पर साफ तौर पर निशाना नहीं साधा, लेकिन यह भी कहा कि उनकी इन्क्वायरी वे कर रहे हैं, जिन पर करोड़ों रुपए के क्रप्शन के चार्ज हैं। उन्होंने अकाली लीडरों पर झूंदा कमेटी की सिफारिशों को जनतक ना करने के आरोप भी लगाए हैं।