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चीन के वैज्ञानिकों का कमाल, पहली बार तंबाकू से बनाया कोकीन

चीन : कोकीन को सदियों से दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। हालांकि कुछ लोग इसे ज्यादा मात्रा में लेकर नशा करने लगते हैं। ऐसे में यह पदार्थ किसी भी ड्रग जितना खतरनाक बन जाता है। वैसे तो कोकीन को कोका प्लांट से निकाला जाता है, लेकिन हाल ही में वैज्ञानिक इसे तंबाकू की पत्तियों से बनाने में कामयाब हुए हैं।

यह कारनामा चीन की कुनमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी के रिसर्चर्स ने कर दिखाया है। तंबाकू की पत्तियों को कोकीन में बदलने की प्रोसेस काफी जटिल है। कोकीन के अलावा इन पत्तियों को और भी अच्छे कामों के इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया है।

जान लें, क्या है कोकीन?
कोकीन एक प्रकार का कार्बनिक अणु (organic molecules) है, जो ट्रोपेन एल्केलॉयड्स की श्रेणी में आता है। इसे ऐसे पौधों से निकाला जाता है, जो पूरी तरह से शाकाहारी हैं। इंसान ने इनकी पैदावार अपनी जरूरतों के हिसाब से बढ़ाई। पुराने जमाने में कोका की पत्तियों को चबाकर एनर्जी बूस्टर के जैसे यूज किया जाता था। आज इसे मरीजों को एनेस्थीसिया के रूप में दिया जाता है।

बायो-इंजीनियरिंग कर बनाया कोकीन
वैज्ञानिकों ने कोकीन के 6 जीन्स को तंबाकू के पौधे में लगाया। इसके जरिए इंजीनियर्ड तंबाकू प्लांट से कोकीन बना। इससे वैज्ञानिकों के रफ आइडिया मिला कि यह ड्रग कैसे बनता है। नई तकनीक से फार्मा इंडस्ट्री को फायदा होगा। कोकीन रिलेटेड दवाएं बनाने में आसानी होगी। इससे रिसर्चर्स को कोकीन से जुड़े और भी कंपाउंड्स के बारे में जानकारी मिलेगी और उन पर रिसर्च करने का मौका मिलेगा।

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