दरोगा को गोली मार कर 3 बदमाशों ने लूटी पिस्टल और 10 कारतूस; नहीं लगा सुराग

वाराणसी: वाराणसी कमिश्नरेट के सीमा विस्तार के बाद पुलिस के इकबाल को पहली बड़ी चुनौती मिली है। 3 बदमाशों ने वर्दी पहने दरोगा पर सरेराह हमला कर उन्हें गोली मारी। फिर उनकी सरकारी पिस्टल, 10 कारतूस, पर्स और मोबाइल लूट लिए। बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस की 5 टीमें गठित की गई है। मगर, वारदात के दूसरे दिन भी मनबढ़ बदमाशों के बारे में पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा।वारदात के संबंध में रोहनिया थाने में दरोगा की तहरीर पर 3 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, आमजन के बीच इस वारदात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। लोगों का कहना है कि जब वर्दी पहने हुए दरोगा सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी अपने बारे में सोच सकता है।पीएसी के सिपाही से 2015 में दरोगा बने अजय यादव मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के भीखमपुर गांव के निवासी हैं।दौड़ते हुए पहुंचे अस्पताल और बोले गोली लगी हैलक्सा थाने में तैनात 2015 बैच के दरोगा अजय यादव मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के भीखमपुर गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने रोहनिया थाना के जगतपुर क्षेत्र में प्लाट खरीदा था और अब वहीं मकान बनवा रहे हैं। मंगलवार की शाम वर्दी पहने हुए अजय अपनी बुलेट से अपने प्लाट पर जा रहे थे। जगतपुर नहर क्षेत्र के पास मॉस्क लगाए हुए तीन बदमाशों ने उन्हें घेर कर रोक लिया। कहासुनी और गालीगलौज के साथ ही तीनों बदमाश अजय के साथ हाथापाई करने लगे।रोहनिया स्थित प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन के बाद भर्ती दरोगा अजय यादव को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश।दो बदमाशों को अजय ने दबोच लिया। इसी बीच तीसरे ने उनकी कमर से पिस्टल निकाल कर उनके सीने में दायीं ओर गोली मार दी। गोली मारने के साथ ही बदमाश अजय की पिस्टल, कारतूस पर्स और मोबाइल छीन लिए। इसके बाद असलहा लहराते हुए भाग निकले। बदमाशों की गोली से घायल दरोगा अजय पैदल ही भागते हुए अस्पताल तक पहुंचे और डॉक्टरों को बताए कि उन्हें गोली मारी गई है। इस पर आनन-फानन उनका इलाज शुरू हुआ और ऑपरेशन कर गोली निकाली गई।जगतपुर नहर क्षेत्र में जहां दरोगा को गोली मारी गई वहां देर रात तक पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस को आशंका थी कि कहीं सरकारी पिस्टल और कारतूस बदमाश झाड़ियों में फेंक कर न भागे हों। हालांकि पिस्टल और कारतूस बरामद नहीं हो सकी।घटना गंभीर है, बदमाश बचेंगे नहींदरोगा अजय यादव को गोली मारे जाने की सूचना पाकर कमिश्नरेट के आला अफसरों ने घटनास्थल का मुआयना किया। अस्पताल जाकर डॉक्टरों से दरोगा अजय की तबीयत के बारे में अफसरों ने जानकारी ली। गौरतलब है कि बीते हफ्ते ही वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट का दायरा बढ़ा कर जिले के ग्रामीण इलाका भी इसमें शामिल कर दिया गया है।दरोगा को गोली मारे जाने वाले स्थान पर पुलिस अफसर देर रात तक डटे रहे। इसके साथ ही जिले की सीमाओं को सील कर रात भर पुलिस ने सर्च अभियान चलाया।उधर, पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि यह घटना गंभीर है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस की टेक्निकल टीम के साथ पांच टीमें लगाई गई हैं। बदमाश चिह्नित कर हर हाल में बेहद जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे।