ब्रेकिंग
10 रुपये का विवाद... गांव पहुंची बस तो कंडक्टर की हो गई धुनाई, तो कंडक्टर की हो गई धुनाई, तो कंडक्टर... संपत्ति विवाद में सगे भाई ने नवविवाहित छोटे भाई की दांतो से कांटी ऊंगली कटकर हुई अलग बचाने आऐ दूसरे ... मुरैना हॉप इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी में अचानक हुआ विस्फोट फायरबिग्रेड ने बड़ी मशक्... मुरैना के सबलगढ़ में जमीनी विवाद में चले लाठी-डंडे फायरिंग एक गंभीर घायल गुजरात के खेड़ा जिले में नहाने गए छह भाई-बहन, एक-एक कर के लील गई नदी, गर्मी से राहत की जगह मिली मौत उज्जैन स्लीपर बस पलटी गर्भवती महिला सहित 9 घायल केंद्र सरकार कराऐगी जाति जनगणना PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत
उत्तरप्रदेश

चार गोवंश की हालत मिली बेहद गम्भीर, बाउन्ड्री की मरम्मत और सफाई कराने के निर्देश | ADM inspected the huge Gaushala in Kushinagar

कुशीनगर: कुशीनगर में तहसील खड्डा क्षेत्र में प्रसासन द्वारा बनाये वृहद गोशाला का अपर जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया।कुशीनगर में तहसील खड्डा क्षेत्र में प्रसासन द्वारा बनाये वृहद गोशाला का अपर जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। निरीक्षण में चार गोवंशीय पशु गंभीर रूप से बीमार मिले। 126 पशुओं की टैगिंग नहीं हो सकी, जिनको कराने के निर्देश दिये। बाउन्ड्री वाल के चारों तरफ लगी जालियों की जर्जर स्थिति और टूटे स्थानों को ठीक कराने की बात कही। हरे चारे की बोआई के लिए जिम्मेदारों को निर्देश दिए।आवारा गोवंशीय पशुओं की देख रेख के लिए कुशीनगर जिला प्रशासन द्वारा संचालित वृहद गोशाला का अपर जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। निरीक्षण में मौके पर 4 गोवंश गंभीर रूप से बीमार थे, जिनका इलाज चल रहा है। मौके पर 601 पशु पाए गए, जिनमें 425 पशुओं की टैगिंग हुई है, जबकि 126 गोवंश की टैगिंग अभियान चलाकर करायी जानी है। भूसे का अनुमानित स्टॉक 100 क्विंटल था। जबकि प्रतिदिन हरा चारा और भूसा मिलाकर 40 क्विंटल की खपत है।पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था संतोषजनक थी। सफाई व्यवस्था में कुछ लापरवाही दिखी, जिस पर ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये गये। गोशाला के बाउंड्री वॉल के चारों ओर लगी जाली जर्जर और कई जगह से टूटी हुई थी। जिससे कुत्ते और अन्य जंगली जानवर घुस आते हैं। गोवंश को क्षति पहुंचाते हैं। जिसे 1 सप्ताह में मरम्मत कराने को कहा गया। जाड़े के मौसम को देखते हुए पशुओं को शीत से बचाने के लिए तत्काल तैयारी कर लिए जाने के निर्देश दिए गए।जानकारी देते अपर जिलाधिकारी।गोआश्रय स्थल पर 7 पशु चिकित्सा अधिकारी और पशुधन प्रसार अधिकारी हैं, जिनकी बारी-बारी से ड्यूटी लगती है। जिम्मेदारों ने बताया कि 5 एकड़ का क्षेत्र हरे चारे के लिए चिन्हित किया गया है। उसमें ध्यान फाउंडेशन के द्वारा हरे चारे की तैयारी के लिए बुवाई कर लिए जाने का निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के समय भूषण, गोवर्धन, शंभू,गोविंद, विभादेवी, अजय यादव प्रशिक्षु और लेखपाल अभिमन्यु मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button