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शासकीय नियमावली को ताक पर रखकर बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करते.. ग्राम पंचायत शासकीय प्राथमिक विद्यालय इमलिया के स्कूल टीचर।
मुरैना, नया शिक्षा सत्र शुरु हो गया है नेनिहालों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शासन प्रशासन द्वारा दिन प्रतिदिन स्कूलों में व्यवस्था सुनिश्चित करना व नियम कानूनों का कड़ाई से पालन करने का आदेश पारित किया जाता है लेकिन वहीं कुछ स्कूलों के शिक्षक शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारीयों की घोर लापरवाही तथा अनदेखी के कारण नियम कानूनों को ताक पर रखकर अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं ऐसा ही मामला मुरैना जिले के विकास खण्ड मुरैना के अन्तर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक विद्यालय इमलिया से आया है जहां पर मासूम छात्र छात्राएं वर्षा के पानी में भीगते हुए भी लगभग 1बजे तक विद्यालय का खुलने की वाट जोह रहे थे तो वहीं रसोइया मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए मेन गेट के बंद ताले को खुलने का इंतजार करती हुईं नज़र आईं। जहां पर ग्रामीणों ने बताया है कि प्रतिदिन स्कूल में शिक्षक इसी प्रकार देरी से आते हैं समस्त स्टाफ नहीं आता है कभी एक शिक्षक तो कभी दो आते हैं अपनी मनमानी करते हुए विद्यालय का संचालन किया जा रहा है इस कारण मजबूर ग्रामीण अपने छात्र छात्राओं को मुरैना या कहीं इधर उधर पढ़ने भेजते हैं वहीं कुछ मासूम बच्चे छत पर चढ़ कर विद्यालय में अंदर प्रवेश कर गए आश्चर्यजनक बात यह है कि अगर कहीं कोई मासूम छात्र छात्राएं गिर पड़ा तो इसका जिम्मेदार कौन होगा जिसकी सूचना विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी मुरैना को दी गई तथा बीसी में बताते हुए कॉल काट दिया तभी बीआरसीसी मुरैना को बन्द स्कूल की सूचना दी गई जिस पर बीआरसीसी मुरैना द्वारा कार्यवाही करने की बात कही है अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारीयों द्वारा स्कूल बंद होने पर शासकीय प्राथमिक विद्यालय इमलिया के शिक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही करने की हिम्मत जुटाई जाएगी या नहीं।
