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खरीदारी करने आए व्यक्ति की वाइक को अपनी बाइक समझ कर ले गया दूसरा युवक , आरक्षक की सूझबूझ से एक घंटे में ही मिली।
भिंड, मित्र पुलिस के नाम से जानी जाने वाली भिण्ड पुलिस ने एक बार फिर अपने नाम की सार्थकता को सिद्ध किया है। जी हां ऐसा ही वाक्या शहर के पुस्तक बाजार में गुरुवार को देखने को मिला lजानकारी के अनुसार राजेश दुबे पुत्र रामदत्त दुबे निवासी किशूपुरा अपनी पल्सर बाइक क्रमांक एमपी 30 एम जी 8376 को मार्केट में खड़ी कर खरीदारी करने लगे तभी अन्य व्यक्ति उनकी बाइक को अपनी बाइक समझ कर ले गया और अपनी बाइक वहीं खड़ी कर गयाl फरियादी ने कोतवाली पुलिस को शिकायत की यह जानकारी शहर के ट्रैफिक थाने में पदस्थ आरक्षक बृजेश सिंह(1202) को वायरल सेट के माध्यम से प्राप्त हुई तो उन्होंने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए खड़ी हुई गाड़ी के नंबर के आधार पर मलिक का पता और मोबाइल नंबर निकाला और उक्त युवक से बातचीत की और उसे बताया कि आप अपनी बाइक वहां खड़ी कर दूसरे की बाइक लेकर चले गए हो उन्हें तत्काल लाकर वापस करो इतना सुनते ही वह युवक बाइक वापस लेकर आया और बताया कि भूल बस मैं अपनी बाइक समझकर ले गया थाl आरक्षक की सूझबूझ और सक्रियता के चलते महज एक घंटे के अंदर ही बाइक मलिक को बाइक वापस मिली तो वह बहुत ही खुश हुए और आरक्षक को धन्यवाद दिया
