कई बार पटका, फिर सींग से करता रहा हमला… बरेली में सांड के हमले में बुजुर्ग की मौत, CCTV

उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल और वन मंत्री डॉ अरुण कुमार के शहर बरेली से छुट्टा सांड के हमले से बुजुर्ग की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है. शहर के सेंट्रल स्टेट कॉलोनी में छुट्टा सांड ने सुबह टहलने निकले रिटायर्ड गन्ना प्रबंधक को पटक-पटककर मार डाला. हिंसक हो चुका सांड उन्हें लगातार सींग मारता रहा. बुजुर्ग की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.
सांड को पकड़ें के लिए पहुंची नगर निगम की टीम ने उसके गले में रस्सा डाला. गले में रस्सा फंसने से सांड की भी मौत हो गई. घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई.पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा लेकिन मृतक के बेटे ने कोई भी कार्रवाई करने से मना कर दिया.
हिंसक साड़ ने सींगो से पटक-पटककर मार डाला
थाना बारादरी क्षेत्र के संजय नगर में सांड का उत्पाद लंबे समय से था. बुधवार की सुबह सेंट्रल स्टेट कॉलोनी निवासी 70 वर्षीय करना शंकर पांडे टहलने निकले थे. वह गन्ना मील में केन मैनेजर के पद से रिटायर्ड हुए थे. वह टहलते हुए वापस अपने घर जा रहे थे. घर से कुछ ही दूरी पर अचानक उन पर सांड ने हमला कर दिया. हमले से वह जमीन पर गिर गए. हिंसक हो चुका सांड उन पर सींगों से लगातार हमला कर पटकता रहा. पेट में सींग घुसने से उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. सांड यहीं नहीं रुका वह उनके मृत शरीर को भी पटकता रहा.
सड़क पर पड़ा रहा रिटायर्ड गन्ना प्रबंधक का शव
सुबह के वक्त सुनसान इलाका होने पर करना शंकर का शव वहीं पड़ा रहा. काफी देर बाद जब वह घर नहीं पहुंचे तो उनका बेटा अक्षय उन्हें देखने के लिए घर से बाहर निकला. उसने पिता को लहुलुहान हालत में देखा और उन्हें निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना को लेकर इलाके के सीसीटीवी कैमरे चैक किए गए तो छुट्टा सांड के हमले के फुटेज सामने आए जो तेजी से वायरल हो रहे हैं.की भी हुई मौत
सांड के गले में डाला, रस्सा हो गई मौत
घटना से इलाके के लोगों में आवारा जानवरों के लिए नगर निगम के खिलाफ गुस्सा पनप गया. मौके पर नगर निगमकर्मी सांड को पकड़ने के लिए पहुंचे. उन्होंने सांड को पकड़ने के लिए उसके गले में रस्सा डाला. रस्सा का खिचावं अधिक होने से उसकी गला दबने से मौत हो गई. लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल और वन मंत्री डॉ अरुण कुमार इसी जिले से हैं. उनके शहर में आवारा जानवरों का आतंक है. इस पर कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है जिससे लोगों की जान खतरे में पड़ी हुई है.