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मध्य प्रदेश में 2024 की तैयारी, मोहन कैबिनेट में ओबीसी भारी।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सोमवार को राजभवन में आयोजित सादे समारोह में डा. मोहन यादव मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया, जिसमें 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इनमें से 12 अन्य पिछड़ा वर्ग(ओबीसी)से हैं। मुख्यमंत्री को मिलाकर ओबीसी की संख्या 13 हो गई है। पांच-पांच मंत्री एससी व एसटी और आठ सामान्य वर्ग से मंत्री बनाए गए हैं। वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों की झलक कैबिनेट के पहले विस्तार में देखने को मिली। गौरतलब है कि भाजपा की राजनीति इन दिनों ओबीसी वर्ग के इर्द-गिर्द ही घूम रही है। नईदुनिया ने 19 दिसंबर को प्रकाशित खबर में बता दिया था कि मोहन कैबिनेट ओबीसी बहुल होगी। राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा दिलाई गई पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने वाले मंत्रियों में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, चार बार सांसद रहे राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह शामिल हैं। मोहन कैबिनेट में अब मंत्रियों की संख्या 31 हो गई है।इसमें राज्य मंत्रियों की संख्या 10 है। जिसमें स्वतंत्र प्रभार वाले छह मंत्री शामिल हैं। पार्टी ने सभी संसदीय सीटों से एक-एक मंत्री शामिल करने की नीति बनाई थी लेकिन छह लोकसभा क्षेत्र से कोई मंत्री नहीं बनाया गया। कैबिनेट में फिलहाल चार पद रिक्त हैं। शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। शिवराज सरकार के दस मंत्री बाहर शिवराज सरकार के दस मंत्रियों को इस बार नई सरकार में अवसर नहीं मिल पाया। इनमें गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, मीना सिंह, डा.प्रभुराम चौधरी, ऊषा ठाकुर, ओमप्रकाश सकलेचा, हरदीप सिंह डंग, बृजेंद्र सिंह यादव, बृजेंद्र प्रताप सिंह और बिसाहूलाल सिंह मंत्री नहीं बन पाए। शिवराज सरकार के छह मंत्रियों की वापसी शिवराज सरकार में भी मंत्री रहे विजय शाह, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इंदर सिंह परमार, विश्वास सारंग और प्रद्युम्न सिंह तोमर को एक बार फिर मंत्री बनाया गया है। कैबिनेट में 18 चेहरे ऐसे हैं, जो पहली बार कैबिनेट में आए हैं। पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले सात विधायकों को भी इस बार मंत्री बनने का मौका मिला है। कैलाश विजयवर्गीय की लगभग सवा आठ वर्ष बाद कैबिनेट में वापसी हुई है। पिछले महीने हुए चुनाव में 230 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा के 163 और कांग्रेस के 66 व एक निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते थे सिंधिया समर्थकों की संख्या घटी मोहन यादव कैबिनेट में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्रियों की संख्या घट गई है। पिछली सरकार में सिंधिया के कोटे से दस मंत्री थे लेकिन इस बार मात्र तीन मंत्री शामिल किए गए। इनमें प्रद्युम्न सिंह तोमर, गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट शामिल हैं। शपथ लेने के पहले तोमर ने दंडवत होकर सिंधिया के पैर छुए। इन लोकसभा क्षेत्रों से कोई नहीं बना मंत्री बालाघाट, छिंदवाड़ा, धार, गुना , खंडवा और खरगोन।(इनमें छिंदवाड़ा में भाजपा एक भी सीट नहीं जीती थी)
