पूरे जून इन राशि वालों की रहेगी मौज खूब मिलेगा धन वैभव और ऐश्वर्य

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जून महीने में ग्रहों की स्थितियों में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। जून में बुध और सूर्य ग्रह गोचर करने वाले हैं। वहीं कर्मफलदाता शनि वक्री चाल चलेंगे। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का विशेष महत्व होता है। हर माह कई बड़े ग्रह गोचर करते हैं। इस दौरान सभी राशि के जातकों पर इसका शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। ग्रहों की चाल को देखते हुए जून का महीना कुछ राशि वालों के लिए काफी खास रहने वाला है। जून महीने की शुरुआत में ही बुद्धि के दाता बुध राशि परिवर्तन करेंगे। 7 जून 2023 को बुध गोचर करके वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। बुध और वृषभ राशि के स्वामी शुक्र मित्र ग्रह माने जाते हैं। इसका शुभ असर सभी राशियों पर होगा।
वृषभ राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जून का महीना वृषभ राशि वालों के लिए काफी खास रहने वाला है। किसी नए काम की शुरुआत होगी। ये माह काफी सुखद रहने वाला है। कार्यक्षेत्र और व्यापार में भी बड़ा लाभ होने की संभावना है। आर्थिक मामलों में उन्नति मिलेगी। पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे। छात्रों के लिए यह समय अच्छा है। धार्मिक कार्यों में आपका मन लगेगा।
मिथुन राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जून का महीना मिथुन राशि वालों के लिए काफी फायदेमंद रहने वाला है। इस समय अवधि में परिवार में खुशियों का आगमन होगा। भूमि, भवन और वाहन की खरीदारी कर सकते हैं। यदि आप किसी विदेशी कंपनी के साथ डील करने विचार बना रहे हैं तो वह सफल हो सकती है। संगीत के प्रति रुझान बढ़ेगा। धन की प्राप्ति हो सकती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जून का महीना इस राशि वालों के लिए शुभ परिणाम लेकर आया है। परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। संतान सुख में वृद्धि होगी। कारोबारियों को भी विशेष लाभ होने की संभावना है। इस दौरान किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। अचानक कहीं से धन लाभ होने के योग बन रहे हैं।
वृश्चिक राशि
जून का महीना वृश्चिक राशि वालों के सांसारिक सुख में वृद्धि करने वाला है। इसके साथ ही व्यापारियों को काफी लाभ मिलने वाला है। इस राशि के जातकों को करियर में भी काफी लाभ होगा। लंबे समय से अटके हुए काम पूरे होंगे। आर्थिक रूप से लाभ होगा। परिवार के सदस्यों के बीच प्यार बढ़ेगा। इस समय आपके सुख-साधन बढ़ेंगे। किसी पुराने मित्र का आगमन हो सकता है।
ये है रामा और श्यामा तुलसी में अंतर, इस तरह करें पहचान
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’