ब्रेकिंग
उज्जैन स्लीपर बस पलटी गर्भवती महिला सहित 9 घायल केंद्र सरकार कराऐगी जाति जनगणना PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा नवविवाहिता के साथ रेप कर हत्या, कमरे में निवस्त्र मिली लाश, जेठ पर आरोप कमरे में निवस्त्र मिली लाश,... पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर खतरा मंडराया, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल
दिल्ली NCR

चुनाव आयोग ने तैयार किया गीत- मैं भारत हूं, हम भारत के मतदाता हैं

नई दिल्ली । चुनाव आयोग (ईसी) इस साल होने वाले 9 विधानसभा चुनावों और अगले साल की शुरुआत में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है, जिसका उद्देश्य नवीन संचार रणनीतियों के माध्यम से मतदाता प्रतिशत को बढ़ाना है। एक पहल के रूप में चुनाव आयोग ने सुभाष घई फाउंडेशन के साथ मिलकर एक गीत तैयार किया है, जिसका बोल है- मैं भारत हूं, हम भारत के मातदाता हैं, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों ने लोगों से वोट डालने की अपील की है। 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में प्रदर्शित किया गया यह गीत पहले से ही मशहूर हस्तियों के माध्यम से सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हो रहा है। अधिकारियों ने कहा कि इसके लॉन्च के एक हफ्ते के भीतर गाने के हिंदी और बहुभाषी प्रारूप को पहले ही 3.5 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है और चार प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और यूट्यूब पर 5.6 लाख इंप्रेशन मिल चुके हैं।

यह गीत चुनाव आयोग के व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी कार्यक्रम की ऐसी पहलों में से एक है, जो चुनाव आयोग के आदर्श वाक्य कोई मतदाता पीछे न छूटे के तहत सभी श्रेणियों के मतदाताओं से भागीदारी बढ़ाने के लिए समावेशी रणनीतियों और कार्य योजनाओं पर केंद्रित प्रमुख मतदाता शिक्षा कार्यक्रम है।

गीत का उद्देश्य न केवल मतदाताओं को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उनके अधिकारों और जिम्मेदारी के बारे में शिक्षित करना है, बल्कि उन्हें चुनावी प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए उत्साहित करना भी है। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग के साथ सुभाष घई के नेतृत्व वाली टीम की कई बातचीत के बाद गीत को अंतिम रूप दिया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि यह गीत प्रत्येक मतदाता को समर्पित है जो अपने राष्ट्रीय कर्तव्य का संज्ञान लेते हुए सभी बाधाओं को पार करते हुए मतदान करता है। गीत के प्रेरक गीत फिल्म निर्माता सुभाष घई द्वारा व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल स्कूल ऑफ म्यूजिक, मुंबई के सहयोग से लिखे और संगीतबद्ध किए गए हैं और यह अधिकतम भौगोलिक क्षेत्र को कवर करते हुए हिंदी और बंगाली, मराठी, गुजराती, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, असमिया, उड़िया, कश्मीरी, संताली सहित 12 क्षेत्रीय भाषाओं में है।

Related Articles

Back to top button