ब्रेकिंग
मुरैना के सबलगढ़ में जमीनी विवाद में चले लाठी-डंडे फायरिंग एक गंभीर घायल गुजरात के खेड़ा जिले में नहाने गए छह भाई-बहन, एक-एक कर के लील गई नदी, गर्मी से राहत की जगह मिली मौत उज्जैन स्लीपर बस पलटी गर्भवती महिला सहित 9 घायल केंद्र सरकार कराऐगी जाति जनगणना PCC चीफ ने कहा, DGP का आदेश खाकी वर्दी का अपमान सांसद-विधायक को सैल्यूट करेगें पुलिस कर्मी, ये लोकतं... सीएम बोले- पाकिस्तानी नागरिकों को एमपी से जल्द बाहर करें: पुलिस अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्दे... मंदसौर में तेज़ रफ़्तार कार कुऐ में गिरी 6 लोगों की मौत केंद्र सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने अमित शाह को बताया शिव अवतार, बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-साम... केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान: पाकिस्तानी हिन्दु , सिखो का वीजा रद्द नहीं होगा
विदेश

क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने पाक पीएम को कॉल किया पीएम शरीफ के दावे का आईएमएफ ने किया खंडन 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की शहबाज सरकार की कई बार अपने गलत दावों को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेइज्जती हो चुकी है। एक बार फिर पाक सरकार को शर्मिंदा होना पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने रविवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने पाक पीएम को कॉल किया था। आईएमएफ ने कहा कि पाकिस्तान सरकार का यह दावा इसलिए गलत है क्योंकि खुद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस वार्ता का अनुरोध किया था।

आईएमएफ के स्थानीय प्रतिनिधि एस्थर पेरेज ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन पर चर्चा करने के लिए वार्ता करते के लिए कहा था। शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री शहबाज के कार्यालय द्वारा जारी एक ट्वीट में कहा गया कि आईएमएफ के प्रबंध निदेशक ने शहबाज को फोन किया था। एक भाषण के दौरान प्रधानमंत्री शहबाज ने भी यह दावा किया था कि आईएमएफ के प्रबंध निदेशक ने उनसे संपर्क किया था।

पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर है लेकिन फिर भी उसकी सरकार अपने तरीके बदलने के लिए तैयार नहीं है और हेकड़ी मार रही है। पाकिस्तान की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि उसके हाथ में केवल 4.5 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है। यह भंडार केवल तीन सप्ताह के आयात के लिए पर्याप्त हैं। वहीं पाकिस्तान की कर्ज अदायगी 8.5 अरब डॉलर है। इसमें यूएई को 2 बिलियन डॉलर शामिल हैं जिसके लिए सरकार रोलओवर पाने की कोशिश कर रही है।  बता दें कि इस तरह के तथ्यात्मक रूप से गलत बयान पाकिस्तान के लिए आईएमएफ को उसकी मदद करने के लिए मनाने में और अधिक समस्याएं पैदा कर सकते हैं खासकर जब दोनों पक्षों के बीच अविश्वास का एक लंबा इतिहास रहा हो। ऋण चुकाने के अपने गलत वादों के कारण आईएमएफ के साथ पाक पहले ही लंबे समय से कठिन संबंधों में रहा है लेकिन अब उसके लिए और मुसीबतें बढ़ सकती हैं।

Related Articles

Back to top button