इंसानों से ज्यादा स्मार्ट होगा क्यू स्टार, मानवता पर आई बड़े खतरे की आहट

अब तक माना जा रहा था कि एआई की वजह से नौकरियों के बाजार में कमी आएगी, लेकिन अब ओपन एआई के नए प्रोजेक्ट क्यू स्टार से मानवता को ही खतरा पैदा हो गया है। यह एजीआई यानी आर्टिफिशियल जेनरल इंटेलिजेंस प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट से तैयार हुए डिवाइस में इंसानों की तरह समझ होगी और सीखने की क्षमता भी। यह अपनी गलतियों और उस हर चीज से सीख सकेगा जिससे यह रूबरू होगा। सीखने की इस क्षमता की वजह से यह खुद को बेहतर करता जाएगा। इसलिए इस पर काबू पाना आसान नहीं होगा।
संभव है कि यह खुद को स्वयं ही नियंत्रित करने लगे। इंसानों जैसी समझ होने और असीमित ताकत से यह मानवता को ही खतरे में डाल सकता है। दरअसल क्यू स्टार किसी एल्गोरिद्य पर काम नहीं करता। जहां चैटजीपीटी मौजूद डेटा के आधार पर जवाब देता है, वहीं क्यू स्टार सोच-समझकर डेटा का एंटरप्रटेशन कर सकता है। तकनीक विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें अद्भुत क्षमता होगी। यह इंसानों की तरह लेकिन इंसानों से कहीं तेज काम कर सकेगा। ओपन एआई के सीईओ सैम ऐल्टमैन ने भी इसके प्रति आशंका जताई है। उन्होंने इसे इंसानों का सहकर्मी कहा है।
एजीआई तकनीक की शक्ति पर कोई रोक नहीं होगी:
क्यू स्टार जैसी एआई तकनीक के पास असीमित शक्ति होगी। हमें वास्तव में उसके बारे में पूरी तरह नहीं पता होगा। इसलिए उसपर नियंत्रण करना ज्यादा मुश्किल होगा।
इंसान ऑटोमेटेड मशीनों के मुकाबले में खड़े होंगेः
संभव है कि इंसान व मशीन एक साथ काम करें। अब तक मशीनों के जरिए इंसान काम करते हैं, लेकिन तब संभव है कि सबसे बड़ा काम खुद को अपडेट कर रही मशीनों को कंट्रोल कर पाने का हो।
एआई की वजह से करोड़ों नौकरियां खत्म हो सकती हैं
पुरानी स्किल से नौकरियां मिलने की संभावनाएं खत्म हो जाएंगी। नए तकनीक का इस्तेमाल कर सकने वाले स्किल की जरूरत होगी। तकनीक की वजह से कुछ लोग तरक्की करेंगे, लेकिन ज्यादातर बेरोजगार हो जाएंगे।