मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग 5 करोड़ से अधिक मतदाताओं के हाथ में 230 सीटों का भविष्य

भोपाल । मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं 17 नवंबर को मतगणना होगी और इसी के साथ प्रदेश को नई सरकार भी मिल जाएगी। बता दे कि प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है। इन सभी सीटों पर साढ़े पांच करोड़ से अधिक मतदाता है, जो उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। युवा मतदाताओं की संख्या भी इस बार बढ़ी है, जो पहली बार वोट डालेंगे।
16 लाख से अधिक बढ़े मतदाता
चुनाव आयोग ने दो अगस्त से चार अक्टूबर के बीच विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम में 24 लाख 33 हजार 965 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े थे, तो वहीं सात लाख 50 हजार 175 के नाम हटाए गए। दोनों आंकड़ों को मिलाकर देखा जाए तो प्रदेश में 16 लाख 93 हजार 790 मतदाता बढ़े हैं। अब प्रदेश में मतदाताओं की संख्या पांच करोड़ 61 लाख 36 हजार 229 हो गई है। वहीं प्रदेश में थर्ड जेंडर मतदाता एक हजार 373 हैं। जबकि 99 मतदाता अप्रवासी भारतीय हैं।
64 हजार 523 मतदान केंद्रों पर होगा मतदान
मतदान के लिए प्रदेश में 64 हजार 523 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सब कम मतदाता बालाघाट विधानसभा के सोनेवानी मतदान केंद्र पर 42 हैं। सर्वाधिक 407 मतदान केंद्र सिवनी जिले के लखनादौन विधानसभा क्षेत्र और सबसे कम इंदौर जिले के इंदौर तीन विधानसभा क्षेत्र में 193 हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 17 हजार 70 मतदान केंद्र संवेदनशील थे। इन्हें चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है। पिछले चुनाव में सर्वाधिक मतदान रतलाम जिले के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में 89.13 प्रतिशत हुआ था। जबकि सबसे 52.84 प्रतिशत मतदान आलीराजपुर के जोबट विधानसभा में हुआ था।
ये रहेगा शेड्यूल
चुनाव आयोग द्वारा 21 अक्टूबर को चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। वहीं उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। 31 अक्टूबर को स्क्रूटनी की जाएगी। उम्मीदवार 2 नवंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं 17 नवंबर को वोटिंग होगी। चुनाव आयोग के अनुसार 3 दिसंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे और 5 दिसंबर तक निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।