आनलाइन टास्क का झांसा देकर साफ्टवेयर इंजीनियर से 53 लाख की ठगी, टेलीग्राम पर लिंक भेजकर लिया झांसे में

उज्जैन। आनलाइन ठगी के शिकार कई लोग हो रहे हैं। इधर अब इंटरनेट मीडिया टेलीग्राम को शातिर ठगों ने अपना नया हथियार बनाया है। आनलाइन टास्क का झांसा देकर साफ्टवेयर इंजीनियर से 53 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
कान व जेवर गिरवी रखकर लोन लिया
युवक ने ठगों को रुपये जमा करने के लिए मकान व सोने के जेवरात गिरवी रखकर लोन लिया और अपने परिचितों से लाखों रुपये कर्ज भी ले लिया। अब भी उससे इनकम टैक्स के नाम पर 12 लाख रुपये जमा करवाने को कहा जा रहा है। जिसके बाद युवक ने खाराकुआं पुलिस व राज्य सायबर सेल से शिकायत की है।
मोबाइल पर आया था संदेश
खाराकुआं थाना क्षेत्र निवासी युवक साफ्टवेयर इंजीनियर है। 7 अगस्त को युवक के पास मोबाइल पर एक मैसेेज आया था। जिसमें आनलाइन काम करके रुपये कमाने की बात लिखी हुई थी।
युवक को भेजी गई लिंक
युवक ने उस पर अधिक जानकारी देने का मैसेज किया तो एक टेलीग्राम लिंक भेजी गई थी। जिस पर क्लिक कर सब्सक्राइब करने पर उसे 160 रुपये मिले थे। इसके बाद कुछ और लिंक भेजकर आनलाइन टास्क पूरे करने पर पांच हजार रुपये देने व बैंक अकाउंट डिटेल देने को कहा गया था।
युवक ने रुपये जमा करवा दिए थे। इसके बाद युवक का क्रेडिट स्कोर बढ़ा हुआ बताकर उससे लगातार रुपये जमा करवाए गए। युवक ने ठगों द्वारा दिए गए बैंक खातों में धीरे-धीरे 53 लाख रुपये जमा कर दिए थे।
उसे बताया कि कमिशन सहित उसे 67 लाख रुपये वापस दिए जाएंगे। मगर उसके पहले 12 लाख रुपये इनकम टैक्स के लिए जमा करना है। वह देने पर ही उसकी बकाया राशि लौटाई जाएगी। युवक ने रुपये देने से इंकार कर दिया और खाराकुआं पुलिस व राज्य सायबर सेल को शिकायत की गई है।
व्याख्याता से भी ठग चुके 9 लाख रुपये
जावरा में सीएम राइज विद्यालय के व्याख्याता सुनील कुमार से भी 9 लाख रुपये ही ठगी हो चुकी है। दो अप्रैल को सुनील को वाट्सएप पर अज्ञात नंबर से मैसेज आया था। पार्ट टाइम जाब कर रोजाना 150 रुपये से दस हजार रुपये कमाने का लालच दिया था। इसके लिए मात्र यूट्यूब पर वीडियो लाइक करने थे। शुरुआत में झांसा देने के लिए करीब साढ़े पांच हजार रुपये ट्रांसफर किए थे। अधिक कमाई का लालच देकर ठग ने करीब 9.30 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए थे।
सायबर सेल की एडवाइजरी जारी
राज्य सायबर सेल ने कहा है कि टेलीग्राम एप पर सायबर ठग सक्रिय हैं, जो इन तरीकों से लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। आनलाइन जॉब या पार्ट टाइम जॉब, टास्क पूरा करने पर कमीशन का लालच देकर पैसे जमा कराना। क्रिप्टो करंसी में निवेश पर बंपर रिटर्न के नाम पर पैसे जमा कराना। टेलीग्राम पर असली ट्रेडिंग चैनल से मिलते-जुलते नाम के फर्जी चैनल बनाकर उसमें सम्मिलित करके फर्जी खरीद- फरोख्त या निवेश तथा लाभ दिखाकर पैसे फर्जी बैंक खातों में जमा करवाकर ब्लॉक कर देना। टेलीग्राम पर प्रोडक्ट की शॉपिंग व सॉफ्टवेयर की मदद से रेटिंग बढ़ाने के नाम पर पैसे जमा कराना एवं लाभ दिखाकर पैसे ब्लॉक करके ग्रुप डिलीट कर देना।
यह रखें सावधानी
- टेलीग्राम पर किसी भी अनजान प्रोफाइल, ग्रुप या चैनल से ना जुड़ें, ना ही किसी दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
- क्रिप्टो करंसी निवेश पर अधिक लाभ, शॉपिंग या जॉब ऑफर्स के लालच में फीस, रजिस्ट्रेशन, एडवांस ट्रेडिंग मनी आदि के नाम पर किसी खाते में पैसे जमा न करें।
- टेलीग्राम पर किसी लिंक के माध्यम से ओपन हुए एप या वेबपेज पर अपनी व्यक्तिगत जानकारियां दर्ज न करें।
- अपने सभी इंटरनेट मीडिया व ईमेल अकाउंट आदि पर टू-फेक्टर ऑथेंटिकेशन की सुविधा चालू करें, ताकि आपके अकाउंट आसानी से हैक ना किए जा सकें।
- यदि आपके साथ कोई सायबर अपराध घटित होता है तो उसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस थाने में टोेल फ्री नंबर 930 पर करें।