संचार माध्यम से उंचाई पर पहुंचा दिया व्यवसाय

जबलपुर। संचार माध्यमों में बहुत सारे बदलाव आ चुके है। मोबाइल फोन ने आज दुनिया के रंग रूप को ही बदलकर रख दिया है। मोबाइल कार फोन से लेकर आईफोन तक का सफर तय कर चुका है। एक जमाना हुआ करता था जब पोर्टेबल मोबाइल के बारे में सोचना भी सपना था। सिक्सजी तकनीक ने मोबाइल की दुनिया को पूरी तरह बदल दिया है। अब स्मार्ट फोन ने हर व्यक्ति को स्मार्ट बना दिया है। स्मार्टफोन ने हर चीज आसान कर दी है। स्मार्टफोन केे जरिए कई लोगो ने अपने व्यवसाय को उंचाईयों तक पहुंचाया है। ऐसे लोगो से चर्चा करने पर उन्होने बताया कि स्मार्टफोन का उपयोग उन्होने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए किया।
शिक्षिका के साथ ही अब महिला व्यवसायी भी
जबलपुर में पेशे से शिक्षिका कीर्ति बर्वे ने बताया कि वे पेशे से शिक्षिका है। कोरोना काल के दौरान उन्होने केक का बिजनेस शुरु किया। पहले ही केक बनाने का कोर्स कर चुंकी हूं। कोरोना काल में अपनी रुचि को व्यवसायिक रुप दिया। पहले केवल रुचि थी,इसलिए केक बनाती थी। कोराना काल में मोबाइल फोन के जरिए केक की बहुत मार्केटिंग की,जिसके द्वारा परिचित लोगो से मुझे कई आर्डर मिलना भी शुरु हो गए। कम समयावधी मे फ्रेश केक का स्वाद लोगो को खूब भाया । केक मे विभिन्न फ्लेवर के साथ ही डिजाइन , पिक्चर को शामिल करने से कई ऑर्डर मिले। शिक्षिका के साथ ही मुझे एक महिला व्यवसायी के नाम से नवाजा जाने लगा,इस बात की मुझे बहुत खुशी है ये संभव हो पाया है,संचार माध्यम से। आज के समय में मोबाइल संचार का सबसे सशक्त माध्यम बन गया है।
मोबाइल पर स्टेटस ने दी नई पहचान
शिवांगी सिंह ने बताया कि मोबाइल पर स्टेटस रखना मेरी सफलता रहीं। मैं पिछले पांच वर्षो से होम बेकिंग व्यवसाया मे हूं। मोबाइल के जरिए ही मेरे व्यवसाय को पहचान मिली है। मैं हमेशा से ही मोबाइल पर स्टेटस रखती थी। मैने घर में पीजा बनाया और पीजा की का स्टेटस रखा। उसको देखकर कई लोगो के फोन आए। लोगो ने पीजा की डिमांड की। मुझे पीजा के आर्डर आने लगे। फिर मैने बर्गर,पाश्ता,डोनट के साथ ही बेकिंग प्रोडक्ट्स बनाने शुरु कि आज मेरा व्यवसाय बहुत ही अच्छा चल रहा है। मोबाइल पर स्टेटस रखना ने मुझे नई पहचान दी। मेरा होम बेकिंग किचिन अब बहुत फेेमस हो गया है। मुुझे अब सारे आर्डर भी आते हैं।
मोबाइल ने गृहणी से बनाया व्यवसायी
प्रीर्ति गोरे ने बताया कि वे हाउसवाइफ है। लेकिन हाउसवाइफ के साथ अलग पहचान बनाने का जज्बा दिल में था। लगभग दो वर्ष पूर्व ड्रेस मेटेरियल ,रेडीमेड कपड़े और ज्वेलरी का बिजनेस का शुरु करने का सोचा। साथ ही डेकोरेटिव आइटम का काम भी करती हूं। मैने सोचा अपने मोबाइल से ही व्यवसाय शुरु किया गया। फिर अपनी सहेलियों,रिश्तेदारो को ग्रुप मे जोड़ा। धीरे-धीरे लोगो की प्रतिक्रिया आने लगी। कई लोगो ने आर्डर देना भी शुरु कर दिया। उन्हें क्वालिटी पसंद आने लगे। मोबाइल संचार माध्यम से मुझे गृहणी से व्यवसायी बनाया।
विश्व दूरसंचार दिवस का इतिहास
विश्व दूरसंचार दिवस की नींव 1969 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा रखी गई थी। विश्व दूरसंचार दिवस को 17 मई के दिन मनाया जाता है। यह दिन टेलीकम्यूनिकेशन के अविरल विकास और उसके आधुनिक प्रौद्योगिकीकरण के महत्व को दुनिया भर में उजागर करने के लिए रखा गया है। विश्व दूरसंचार दिवस का शुभारंभ 1969 में हुआ था जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने टेलीकम्यूनिकेशन एक क्षेत्र के रूप में स्वीकार किया था। विश्व दूरसंचार दिवस अपने नाम के विषय में दुनिया भर में अधिक जागरूकता फैलाने का उद्देश्य रखता है ताकि लोग टेलीकम्यूनिकेशन के महत्व को समझें और इसके उपयोग से संबंधित नवीनतम विकासों के बारे में जानें।
विश्व दूरसंचार मनाने का उद्देश्य
विश्व दूरसंचार दिवस का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में टेलीकम्यूनिकेशन के महत्व को संवेदनशील बनाना है और टेलीकम्यूनिकेशन से जुड़ी नवीनतम प्रौद्योगिकियों व उनके उपयोग को प्रचारित करना है। विश्व दूरसंचार दिवस के माध्यम से लोगों को टेलीकम्यूनिकेशन के महत्व और इसकी दुनिया में अपनी भूमिका को समझाने का प्रयास किया जाता है। विश्व दूरसंचार दिवस का आयोजन विश्व स्तर पर टेलीकम्यूनिकेशन समुदाय के द्वारा किया जाता है और यह दिन भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। विश्व दूरसंचार दिवस के अवसर पर अनेक संगठन, संस्थाएं और टेलीकम्यूनिकेशन कंपनियां अपनी नवीनतम प्रौद्योगिकियों व परियोजनाओं को लोगों से साझा करती हैं ताकि लोग इस तकनीक के बारे में अधिक जान सकें।