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मुरैना जिले की सभी गौशालायें संचालित करायें – कलेक्टर
मुरैना जिले की सभी गौशालायें संचालित करायें - कलेक्टर जहां-जहां बोर बंद हैं, पानी का स्रोत नहीं है, वहां पंचायत टेंकर के माध्यम से गौशालाओं में पानी उपलब्ध करायें मुरैना 26 सितम्बर, 2024/मुरैना जिले में 82 गौशालायें स्वीकृत है, जिनमें से 80 गौशालायें पूर्ण हो चुकी है। दो गौशालायें अपूर्ण है। अपूर्ण गौशालाओं की जानकारी एवं पूर्ण ना होने के कारण वैटनरी विभाग टीएल में प्रस्तुत करें।ये निर्देश कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने जिला गौपालन एवं पशुधन संवर्धन समिति की बैठक में दिये। बैठक में गौपालन समिति के सभापति श्री अमर सिंह धाकड़, कृषि से जुड़े सभापति, प्रभारी उप संचालक वैटनरी डॉ. स्वामी, अतिरिक्त जिला सीईओ श्री आरके गोस्वामी सहित कृषि, जनपद, नगर निगम के अलावा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने कहा कि मेरे द्वारा चुरहेला की गौशाला का निरीक्षण किया गया। गौशाला संचालन होने में क्या-क्या कमियां आ रही है, उन कमियों को दूर करने के लिये सभी मीटिंग में बैठे पदाधिकारी अपने-अपने सुझाव प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी कमियों के कारण जो गौशालायें अप्रारंभ है।उन्हें प्रारंभ कराया जाये।जिसकी जानकारी सूची सहित टीएल में रखी जाये। उन्होंने कहा कि लभनपुरा और पलकिनी, जारोनी की गौशालायें भी छोटे मोटे कारणों को बताकर बंद करवाई गई हैं। कलेक्टर ने कहा कि पानी के अभाव में सगोरिया गौशाला बंद बताई जा रही है, जहां-जहां गौशालाओं के बोर बंद है, पानी का स्रोत नहीं है। वहां पंचायतों के माध्यम से टेंकर का प्रबंध करके गौशालायें संचालित होना चाहिये। कलेक्टर ने कहा कि नगर निगम मुरैना के अंतर्गत एमएस रोड़ के अलावा नूरावाद से बेरियर चौराह तक आवारा गौवंश सड़कों पर घूम रहे हैं।उन गौवंशों को नगर निगम ट्रोला में भरकर इन गौशालाओं में शिफ्ट करें, ताकि गौशालायें भी संचालित हो सकेगी।आवारा गौवंश के कारण घटिनायें घटित नहीं होगी। कलेक्टर ने कहा कि संचालित गौशालाओं पर डॉक्टर का प्रबंध रहे।उन गौशालाओं पर एव्हीएफओ निर्धारित दिनों में भ्रमण पर रहें।उसकी रिपोर्टिग वरिष्ठ अधिकारी करें। रिपोर्टिंग की कॉपी गौशाला संचालित समिति को उपलब्ध कराई जाये और मेरे पास भी आना चाहिये। कलेक्टर ने कहा कि नगर निगम के अंतर्गत लगभग 50 नंदी को करह आश्रम की गौशाला में शिफ्ट कराया जायेगा। इसके अलावा धनेला गौशाला के संचालन में करह आश्रम सहयोग करेगा।
