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बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग के संपर्क में आने से रोकें एयरफोन, हेडफोन, एयरप्लग का कम उपयोग करें – सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर
मुरैना 29 जुलाई, 2024/सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर ने बताया है कि एयरफोन, हेडफोन, एयरप्लग के दीर्घकालीन उपयोग से होने वाले बहरापन और कानों में बजना के रोकथाम के लिये आवश्यक जानकारी दी है। तारसहित या ब्लूटूथ इयरप्लग, हेडफोन यहां तक कि सामान्य सीमा तक के अनावश्यक उपयोग को हतोत्साहित करें, जिससे सुनने की क्षमता कम हो सकती है। स्थायी रूप से खत्म हो सकती है। यदि आवश्यक हो, तब ही 50 डेसिबल से कम आवाज वाले एयरफोन और हेडफोन जैसे व्यक्तिगत ऑडियो डिवाइस का उपयोग करें। एयरफोन, हेडफोन ध्वनि यंत्रों के लंबे समय (प्रतिदिन 2 घंटे से अधिक) तक उपयोग से बचें, इनके इस्तेमाल में समय अंतराल का विशेष ध्यान रखे। जब भी संभव हो, ध्वनि की आवाज को कम रखे एवं ध्वनि यंत्र को कान में अच्छी तरह से फिट रखते हुए शोर रद्द करने वाले हेडफोन का उपयोग करें। बच्चों के लिए स्कीन टाइम कम करें, क्योंकि इससे मस्तिष्क के संज्ञानात्मक विकास में देरी हो सकती है, जिससे सामाजिक संपर्क, संचार और विभिन्न प्रकार की व्यवहार संबंधी समस्याए उत्पन्न हो सकती है। सिविल सर्जन डॉ. तोमर ने बताया कि बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग के संपर्क में आने से रोकें, ताकि वे आवेगपूर्ण गेम के साउंड के संपर्क में न आएं, जिसका इस्तेमाल अक्सर गेम डिजाइनिंग में किया जाता है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल कम करें, परिवार और सामाजिक बातचीत पर ध्यान केंद्रित करते हुए मिलने-जुलने का समय बढ़ाए। इवेंट आयोजकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आयोजन स्थलों पर अधिकतम औसत ध्वनि स्तर 100 डेसिबल से अधिक न हो एवं लोगों को शांत क्षेत्रों तक सुविधाजनक पहुँच मिले। श्रवण तीक्ष्णता का आकलन करने के लिए समय-समय पर विशेषज्ञ की विजिट एवं सामान्य चेकअप किया जाना आवश्यक है, जिससे रोगी का प्राथमिक उपचार किया जा सकें। क्
