मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव इंदौर पहुंचे, हुकमचंद मिल मामले का पटाक्षेप आज

इंदौर। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव सोमवार सुबह 11 बजे इंदौर पहुंचे। हैलीपेड पर उनका स्वागत कैलाश विजयवर्गीय ने किया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर आगमन पर मुख्यमंत्री मोहन यादव का पुष्पगुच्छ और अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत आगमन किया। इस दौरान तुलसी सिलावट, महेंद्र हार्डिया व अन्य भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव यहां कनकेश्वरी धाम में आयोजित कार्यक्रम में हुकमचंद मिल के मजदूरों को सांकेतिक रूप से चेक सौंपेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे। कार्यक्रम सोमवार सुबह 11 बजे शुरू होगा। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव कार्यक्रम में आठ विभागों के 71 कार्यों का लोकार्पण करेंगे।
इन विकास कार्यों की कुल लागत 105.73 करोड़ हैं। इसी तरह तीन विभागों के विकास कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास भी किया जाएगा। इसकी कुल लागत 322.85 करोड़ रुपये है। कार्यक्रम स्थल पर विकसित भारत संकल्प यात्रा कैंप भी आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री मंच से केंद्र की महत्वपूर्ण योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित करेंगे। वे 175 दिव्यांगजनों को रेट्रोफिटेड स्कूटी का वितरण भी करेंगे। इसी के साथ ही रेडक्रॉस में डोनेशन के लिए रेडक्रास एप का भी शुभारंभ भी किया जाएगा।
कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया
आयोजन की तैयारियों की व्यवस्थाएं का निरीक्षण करने के लिए रविवार को संभागायुक्त मालसिंह और कलेक्टर डा. इलैयाराजा टी रविवार को कनकेश्वरी धाम पहुंचे। उन्होंने कार्यक्रम की तैयारीयों का जायजा लिया। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया।
मिल गेट पर हुई मजदूरों की 1650 वीं साप्ताहिक बैठक, कार्यक्रम का न्यौता देने पहुंचे विजयवर्गीय और मेंदोला
इधर रविवार दोपहर को मिल के गेट पर मजदूरों की 1650 वीं साप्ताहिक बैठक हुई। मजदूर नेता नरेंद्र श्रीवंश ने बताया कि बैठक में करीब 2200 मजदूर और उनके स्वजन शामिल हुए। सभी के चेहरे पर इस बात का संतोष था कि 32 वर्षों के संघर्ष के बाद आखिर उन्हें उनका हक मिल ही गया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी इस बैठक में शामिल हुए।
नेताओं ने मजदूरों और उनके स्वजन को 25 दिसंबर को कनकेश्वरी धाम में आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्यौता दिया। इसके पहले महापौर भार्गव के पिता डा. राजेंद्र शर्मा भी मजदूरों की बैठक में पहुंचे। उन्होंने मजदूरों के 32 वर्ष पुराने संघर्ष को नमन करते हुए उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में विजयवर्गीय और मेंदोला ने मजदूरों के संघर्ष से जुड़े अपने अनुभव साझा किए।
विजयवर्गीय ने कहा कि मजदूरों के संघर्ष में मैं भी शामिल रहा हूं। मैं मजदूरों को पीले चावल देने आया हूं कि वे कनकेश्वरी धाम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हों। कार्यक्रम स्थल पर उनके बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में मिल मजदूरों के लिए पहली याचिका हाई कोर्ट में प्रस्तुत करने वाले विष्णु उस्ताद की पत्नी का साफा बांधकर स्वागत किया गया।
भावुक हुए मजदूर और उनके स्वजन
हुकमचंद मिल के गेट पर आयोजित इस अंतिम बैठक में शामिल कई मजदूर और उनके स्वजन भावुक भी हुए। मजदूरों ने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए नम आंखों से कहा कि उन्हें अब भी पुराने दिन याद हैं। संतोष इस बात का है कि हमारा संघर्ष अंजाम तक पहुंच गया। कई मजदूर और उनके स्वजन ने संस्मरण भी बताए।
मिल के गेट पर जमा होंगे मजदूर
मजदूर नेता श्रीवंश ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मजदूर सोमवार सुबह 9 बजे हुकमचंद मिल गेट पर जमा होंगे। इसके अलावा कई मजदूर सीधे कार्यक्रम स्थल भी पहुंचेंगे। मिल गेट पर मजदूरों के लिए सुबह के समय पोहे-जलेबी के नाश्ते की व्यवस्था की गई है। मजदूरों को यहां से बस द्वारा कार्यक्रम स्थल ले जाया जाएगा। मिल के मजदूर और उनके स्वजन के लिए महापौर की तरफ से भोजन की व्यवस्था भी की गई है।
मजदूरों से संवाद नहीं होगा
श्रीवंश ने बताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहले प्रधानमंत्री के मजदूरों से संवाद की योजना भी थी लेकिन इसे निरस्त कर दिया गया। कलेक्टर इलैयाराजा टी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल तो होंगे लेकिन समय की कमी की वजह से वे मजदूरों से संवाद नहीं करेंगे।