पर्यटन स्थल तिंछा फाल में पर्यटकों के लिए बढ़ेगी सुविधाएं, बरसात और धूप से बचने के लिए बनाएंगे झोपड़ियां

इंदौर। शहर से महज 20 किमी दूर पर्यटन स्थल तिंछा फाल को विकसित करने की रूपरेखा बनाई जा रही है। जहां पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाने पर विचार होने लगा है। बरसात के दिनों में यहां पर्यटकों की खासी भीड़ उमड़ती है। मगर उन्हें आराम से प्रकृतिक का नाजारा देखने के लिए कोई जगह नहीं है।
इसके चलते विभाग ने बरसात व धूप से बचने के लिए कुछ झोपड़िया यानी पगौड़ा बनाने की तैयारी की है। साथ ही खान-पान की व्यवस्था करते हुए कैफेट एरिया भी बनाया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों को दुकानें लगाने के लिए दी जाएगी। हालांकि अगले कुछ दिनों में प्रस्ताव को मुख्यालय भेजा जाएगा। बजट मिलते ही इंदौर वनमंडल काम शुरू कर सकता है।
जुलाई से जनवरी के बीच तिंछा फाल सहित आसपास के पिकनिक स्पाट पर पर्यटक घूमने जाते है। वन विभाग ने सात साल पहले तिंछा फाल में विकास किया था। हादसों को ध्यान में रखते हुए आसपास रैलिंग लगाई थी और दो पगौड़ा बनाए गए थे। मगर अब पर्यटकों की संख्या को देखते हुए वहां पगौड़ा यानी झोपड़ियां कम पड़ने लगी है।
पर्यटकों को बाहर बैठकर आराम व परिवार के साथ समय बीतना पड़ता है। कई बार अधिकारियों को कुछ पर्यटकों ने सुविधाएं बढ़ाने को लेकर सुझाव दिए थे। अब जाकर विभाग ने तिंछा फाल में तीन से चार नए पगौड़ा बनाने का विचार किया है। साथ ही तीन दुकानें बनाई जाएगी, जो वन समिति के माध्यम से ग्रामीणों को चलाने के लिए देंगे।
होगा कैफेट एरिया भी
दाल-पानिए, चाय-काफी-नाश्ते के लिए दुकान बना रहे है। अधिकारियों के मुताबिक पर्यटकों के लिए सुविधाघर भी बनाएंगे। बैठने के लिए कुछ कुर्सियां और टिकट घर को भी व्यवस्था किया जाएगा। निर्माण के लिए 50-60 लाख का बजट मांगा जाएगा। डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी का कहना है कि तिंछा फाल में पर्यटकों की संख्या अधिक रहती है। कुछ सुविधाएं व विकास कार्य को लेकर प्रस्ताव बनाया जा रहा है। 20 दिसंबर तक मुख्यालय को प्रस्ताव देंगे। जल्द से जल्द राशि आवंटित करवाई जाएगी।