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मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का कारण
मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर, मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का कारण..! मध्यप्रदेश में एक मई से होगे ट्रांसफर, मुख्यमंत्री ने शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद बताया तबादलों का कारण..! प्रेषित समय :19:19:33 PM / Tue, भोपाल, एमपी में करीब दो साल बाद एक मई से 31 मई तक कर्मचारियों के ट्रांसफर होगें. इस आशय की जानकारी डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने दी है. बैठक शुरु होने के पहले ही सीएम मोहन यादव ने ट्रांसफर पर लगी रोक हटाने के दिए थे. सीएम ने कहा हमारी कोशिश रहेगी कि तबादला नीति अगली कैबिनेट बैठक तक आ जाए. मध्यप्रदेश के कर्मचारी लम्बे समय से ट्रांसफर का इंतजार कर रहे है, पिछले वर्ष के आखिरी माह में कुछ विशेष मामलों में तबादलों में छूट दी गई थी. उस वक्त कई कर्मचारी वंचित रह गए थे. इसके बाद अब कर्मचारियों के ट्रांसफर पर लगी रोक हटने के बाद इंतजार कर रहे कर्मचारियों की उम्मीद फिर बढ़ गई है. वहीं शिक्षण सत्र खत्म होने के बाद तबादले किए जाने को लेकर सीएम की मंशा के बादे में एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि सीएम यह चाहते थे कि सत्र के बीच किसी शिक्षक का तबादला होता है तो उस स्कूल के छात्रों का कोर्स प्रभावित होता है. शिक्षक को भी नई संस्था में जाने के बाद रुटीन में आने में समय लगता है. दूसरे विभागों के कर्मचारियों के बीच में तबादले होते हैं तो उनके बच्चों को स्कूल शिफ्ट करने में परेशानी होती है. कर्मचारी और परिवार सत्र खत्म होने तक दूर.दूर रहते हैं. गौरतलब है कि एमपी में 2022 के बाद अब तबादले होंगे. तब जून 2021 की तबादला नीति के आधार पर तबादले हुए थे. प्रदेश में 7.50 लाख कर्मचारी हैं. इनमें से डेढ़ से दो लाख कर्मचारी तबादलों से प्रभावित होते हैं. जनवरी 2025 में सरकार ने गंभीर बीमारी या कारण वाले मामलों में तबादले में छूट दी थी. ये तबादले प्रभारी मंत्री की सहमति से किए गए थे. टाइगर रिजर्व के बफर एरिया में होगी फें सिंग- टाइगर रिजर्व के बफर जोन में टाइगर व इंसान के बीच द्वंद्व के कारण दुर्घटनाएं होती हैं. इसलिए बफर जोन में कुछ विकास के ऐसे काम कराए जाएंगे, जिससे इन घटनाओं को रोका जा सके. 145 करोड़ रुपए की सीमा तक के काम किए जाएंगे. 9 टाइगर रिजर्व से लगे बफर जोन में चार सालों में टाइगर की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है. स्वाभाविक है बफर में इंसान, टाइगर व गाय पर हमले होते हैं. संवेदनशील वन क्षेत्रों में फेंसिंग करने के लिए नई योजना पर तीन सालों में 145 करोड़ खर्च किए जाएंगे. 5 मई तक गेहूं खरीदी का लक्ष्य पूरा होगा- बताया गया है कि अभी तक 50 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है. गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 के साथ 175 रुपए बोनस जोड़ा गया है. किसानों के खातों में 10562 करोड़ रुपए से अधिक की राशि भेजी जा चुकी है. 5 मई तक 60 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी का टारगेट पूरा हो जाएगा. सीएम बोले पेयजल व्यवस्था की समीक्षा करें प्रभारी मंत्री- कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री श्री यादव ने सभी प्रभारी मंत्रियों को गर्मी में पेजयल व्यवस्था की सतत समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा है कि समीक्षा बैठकों में पेयजल व्यवस्था पर जरूर समीक्षा करें. 16 जून तक चलने वाले जलगंगा संवर्धन अभियान को लेकर सीएम ने कहा है कि पानी बचाने के लिए तालाबों के गहरीकरण, जलस्त्रोतों के संरक्षण की संभावनाओं पर काम करें.
