उत्तरप्रदेश
गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज मेजर ध्यानचंद खेल रत्न काव्य सरोवर पुस्तक में आशीष भारती की रचना शामिल
दर्जनों पुरस्कारों से सम्मानित युवा जिज्ञासु साहित्यकार आशीष भारती एक दशक से साहित्य में कविता, हाइकु, आलेख, समीक्षा एवं आकाशवाणी केंद्र पर साहित्य वार्ता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर एक नयी पहचान स्थापित कर रहे हैं।

सहारनपुर। विभिन्न खेल क्षेत्रों के माध्यम से विदेश में अपनी खेल प्रतिभा का डंका बजा रहे जांबाज खेल प्रदर्शन खिलाड़ी जिन्हें भारत सरकार द्वारा बेहतर खेल प्रदर्शन के लिए 55 खिलाड़ी जिन्हें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया इन सबके जीवन चरित्र पर पश्चिम बंगाल की धरती से युवा साहित्यकार डा.अमित कुमार दीक्षित व डा.आशीष कुमार राव के सम्पादन में 12 राज्यों से साहित्य के 56 रचनाकार फनकारों ने अपनी जादुई कलम से रचना की उत्पत्ति की है। देश व साहित्य के इतिहास में यह पहली बार हुआ है की किसी पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों की सूची को एक संग्रह में संकलित कर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न काव्य सरोवर नाम से ख्याति लब्ध पुस्तक का सम्पादन उच्च शिक्षित दो युवा साहित्यकारों ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, उत्तराखंड, 12 राज्यों से साहित्य के क्षेत्र में अपनी कलम के माध्यम से वरिष्ठ व युवा 56 साहित्यकारों को इस अमूल्य धरोहर में शामिल कर उनके मूल्यवान साहित्यिक विचारों के योगदान समाहित को किया है।
जनपद सहारनपुर के लिए गर्व कि बात है कि विश्व स्तर पर सहारनपुर के लाल आशीष भारती द्वारा हरियाणा की धरती के लाल पैरालम्पियन ओर भाला फेंक खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित श्री सुमित अंतिल के जीवन चरित्र पर लिखित रचना सुमित अंतिल को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज मेजर ध्यानचंद खेल रत्न काव्य सरोवर पुस्तक में सम्मिलित कर इन्हें गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। इनका प्रथम काव्य संग्रह वर्ष 2020 में “अब ना सहूँगा” व सम्पादित काव्य संग्रह महिला उत्पीडन व शोषण पर आधारित वर्ष 2020 में “मैं निशब्द हूं” प्रकाशित हो चुका है। इसके साथ ही लगभग एक दर्जन से अधिक काव्य संग्रहों में इनकी रचनाएं प्रकाशित हो चुकी है। देश के अधिकांश राज्यों सहित अमेरिका, नेपाल, दुबई से भी इनकी कविताएं आलेख व समीक्षाएं प्रकाशित हो चुके हैं। आकाशवाणी केंद्र नजीबाबाद से इनकी साहित्य वार्ता प्रसारित होती रहती हैं। फार्मेसी कॉलेज बडूली सहारनपुर में प्रशासनिक सहायक के पद पर कार्यरत आशीष भारती साहित्य व राजनैतिक मंचों पर काव्य पाठ करने के साथ ही वेबिनार में भी प्रतिभाग कर चुके हैं। इनकी योग्यता व प्रतिभा को समय-समय पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं सम्मानित करती रहती हैं। स्वर्ण भारत राष्ट्रीय हिन्दी रत्न, डा.एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार, महाकवि नीरज सम्मान, काव्य भूषण सम्मान, साहित्य श्री सम्मान, पं.युगल किशोर सम्मान, काव्यश्री, साहित्य विशारद सम्मान, साहित्य साधक सम्मान, श्रीमती कमला सिन्हा पुरस्कार, भारत गौरव सम्मान, हिंदी रत्न सम्मान, भारत माता अभिनंदन सम्मान, गुरदेव रविन्द्र नाथ टैगोर सम्मान दर्जनों पुरस्कार सहित गोल्डन बुक आफ द अर्थ द्वारा वर्ल्ड रिकॉर्ड आफ द अर्थ 2022 के 2100 इंस्पायरिंग मैन ऑफ द अर्थ पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।