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गांधी शांति पुरस्कार का हकदार थी गीता प्रेस इसका कार्यालय मंदिर समान- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शुक्रवार) पूर्वोंचल के दौरे पर हैं। पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर पहले चरण में दोपहर 2.15 बजे गोरखपुर पहुंचे। यहां गीताप्रेस के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने गोरखपुर से लखनऊ के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने रिंग रोड स्थित आदिलपुर गांव में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ संस्था नहीं बल्कि जीवंत आस्था है। गीता प्रेस का कार्यलाय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। इसके नाम और काम में भी गीता है। जहां गीता है वहां साक्षात् कृष्ण भी है।

हमारी सरकार ने गीता प्रेस को पुरस्कार दिया

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार भी दिया है। गांधी जी का गीता प्रेस से भावनात्मक जुड़ाव था। एक समय में गांधी जी कल्याण पत्रिका के माध्यम से गीता प्रेस के लिए लिखा करते थे।’ उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया कि गांधी जी ने ही सुझाव दिया था कल्याण पत्रिका में विज्ञापन न छापे जाएं। कल्याण पत्रिका आज भी गांधी जी के सुझाव का शत प्रतिशत अनुसरण कर रही है।

विदेशी आक्रांताओं ने हमारे पुस्तकायल को जलाया

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने हमारे पुस्तकालय को जलाया था। अंग्रेजों के समय में गुरुकुल और गुरु परंपरा को नष्ट कर दिया गया था। हमारे पूज्य ग्रंथ गायब होने लगे थे और जो प्रिंटिंग प्रेस भारत में थे वह महंगी कीमतों के कारण सामान्य लोगों की पहुंच के बाहर थे। जब मूल्यों और आदर्शों के स्रोत ही सूखने लगे, तो समाज का प्रवाह अपने आप ही थमने लगता है।

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